tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post5905718935932002963..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: हरिद्वार के फ़र्जी पंडेब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-81966275614410742009-11-10T07:10:02.980+05:302009-11-10T07:10:02.980+05:30Ye log isi layak hote hain bhai sahab... bahut sah...Ye log isi layak hote hain bhai sahab... bahut sahi kiya aapne..<br />Jai Hind...दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-86205924179597619632009-11-09T19:00:48.482+05:302009-11-09T19:00:48.482+05:30अच्छा लिख रहे हैं ललित जी ..रंग संयोजन बदल दीजिए ....अच्छा लिख रहे हैं ललित जी ..रंग संयोजन बदल दीजिए ..आँखों को चुभता है सफ़ेद बैक ग्राउंड में काले अक्षर ही ठीक रहेंगे.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-35330131710470926452009-11-09T17:59:41.474+05:302009-11-09T17:59:41.474+05:30ठगी मे विज्ञान का भरपूर उपयोग किया गया है. भभूत आद...ठगी मे विज्ञान का भरपूर उपयोग किया गया है. भभूत आदि का चमत्कार विज्ञान के उपयोग से ही होता है.<br />आपका प्रयास अत्यंत सराहनीय हैM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-11276635623872397672009-11-09T17:57:28.094+05:302009-11-09T17:57:28.094+05:30समाज में प्रचलित अंधविश्वास को ऐसे ही प्रयासों से ...समाज में प्रचलित अंधविश्वास को ऐसे ही प्रयासों से दूर किया जा सकता है।<br />आपके इस प्रयास को प्रणाम करता हूं।<br />------------------<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">और अब दो स्क्रीन वाले लैपटॉप।</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">एक आसान सी पहेली-बूझ सकें तो बूझें।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-44452855654567383232009-11-09T11:20:32.923+05:302009-11-09T11:20:32.923+05:30@गोदियाल जी-इस तरह की जानकारी हमारे हिंदु समाज मे ...@गोदियाल जी-इस तरह की जानकारी हमारे हिंदु समाज मे दो जातियां रखती है।1-जो जन्म की जानकारी रखते है उन्हे-जागा-राव-भाट कहते हैं और जो मृत्यु की जानकारी रखते हैं वो अपने खानदानी पंडे होते हैं जो सिर्फ़ हमारे परिवार के मृतकों का रिकार्ड रखते हैं जब अस्थि विसर्जन करने जाते हैं तब। एक जगह और है "गया तीर्थ" वहां पर भी मोक्ष पाए लोगों का रिकार्ड रहता है और न्यायालय भी हिस्से बट्वारे के विवाद मे ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-80004548231211305272009-11-09T11:03:56.544+05:302009-11-09T11:03:56.544+05:30जानकारी भरपूर लेख बहुत अच्छा लगा। संगीता पुरीकी टि...जानकारी भरपूर लेख बहुत अच्छा लगा। <a href="http://www.blogger.com/profile/04508740964075984362/" rel="nofollow">संगीता पुरी</a>की टिप्पणी भी जानकारी प्रदान करती है।<br /><br /><a href="http://kulwant84.blogspot.com/" rel="nofollow">युवा सोच युवा खयालात</a><br /><a href="http://window84.blogspot.com/" rel="nofollow">खुली खिड़की</a><br /><a href="http://filmichitchat.blogspot.com/" rel="nofollow">Kulwant Happyhttps://www.blogger.com/profile/04322255840764168300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-58154309965265362392009-11-09T11:02:42.926+05:302009-11-09T11:02:42.926+05:30बहुत अच्छी जानकरि दी है आपने। आखें खोल के रख दी। आ...बहुत अच्छी जानकरि दी है आपने। आखें खोल के रख दी। आभारMithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-9720224539384930032009-11-09T11:02:21.686+05:302009-11-09T11:02:21.686+05:30वैसे एक बार ऐसा संयोग हमारे पारिवारिक मित्र के घर ...वैसे एक बार ऐसा संयोग हमारे पारिवारिक मित्र के घर पर भी हुआ था .. हजारीबाग में उनके रिश्तेदारों को ठगने के बाद बाबा लोग बोकारो में इनके दरवाजे पर पहुंच गए थे .. और बिल्कुल उसी स्टाइल में बातचीत की शुरूआत की .. जैसा वे लोग कई दिन पूर्व अपने पीडित रिश्तेदारों से फोन पर बातचीत के दौरान सुन चुके थे .. बस इन्होने पुलिस बुलाने की धमकी दे डाली और वे तुरंत कहां गायब हुए पता भी नहीं चला !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-3085741582240952952009-11-09T10:50:17.686+05:302009-11-09T10:50:17.686+05:30संगीता जी के लिए.......उबलते गरम तेल से हाथ धोने औ...<b>संगीता जी के लिए.......उबलते गरम तेल से हाथ धोने और नहाने वाला चमत्कार कैसे किया जाता है.? तेल में "लिक्विड पैरापिन" मिलाया जाता है. एक किलो में ३० से ५० एम्. एल तक, जिससे "लिक्विड पैरापिन" ऊष्मा को सोख कर तेल को गरम नहीं होने देता. लेकिन तेल उबलता ऐसे है, जैसे बहुत गरम हो गया हो और उसमे लगातार बुलबुले निकलते रहते हैं. "लिक्विड पैरापिन" द्वारा ऊष्मा सोखने के कारणसंगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-38065111985040912552009-11-09T10:46:28.982+05:302009-11-09T10:46:28.982+05:30ललित जी, घटना मजेदार थी मगर यह कहूंगा की सामान्य त...ललित जी, घटना मजेदार थी मगर यह कहूंगा की सामान्य तौर पर शायद आप कभी अगर उत्तराँचल हिमालय में मौजूद पवित्र बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने गए हो तो वहा मौजूद पड़ित जब आप से पूजा अर्चना करवाते है और अगर आप अपना अता पता सही-सही बताते है तो वे आपकी सात पुसतो का लेखा-जोखा निकाल कर आपको बता देते है ! यह उनकी परम्परा रही है की जो भी दर्शनार्थी वहा जाता है उसकी पूरी खानदानी परिचय वे रखते है और चूँकि शर्दियो पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com