tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post7818051582424234625..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: दांत के डॉक्टर का कारनामा, लूटने में कोई कसर बाकी नहींब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-81706443460124512382009-12-09T18:10:02.671+05:302009-12-09T18:10:02.671+05:30daant ke peera la jhan poochh
mahu teen than dant ...daant ke peera la jhan poochh<br />mahu teen than dant ke upar topi lagwa chuke haun<br />12000/- nagad gawan chuke hanw kabar ke wo topi pet ke andar ghusar ge au pahili nahi ta ab sahi kahe bar hoge tor pet ma daant he. magar mare jiyo le paisa lethen ye daant wale man. ehi paay ke noni la dant ke doctor banawat haun.सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-12943947074327393792009-12-06T02:41:20.906+05:302009-12-06T02:41:20.906+05:30अरे भाई, शुक्र अदा करो १००० मैं जान छूट गई,वरना हम...अरे भाई, शुक्र अदा करो १००० मैं जान छूट गई,वरना हमारे यहाँ तो इतना डॉक्टर मुँह दिखाई के ले लेते हैं, बाक़ी रस्मे तो बाद मैं पूरी होती हैंसहसपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/09067316996435869621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-9635950240540037602009-12-05T20:42:27.410+05:302009-12-05T20:42:27.410+05:30ऐसे बेईमान फ़िलहाल तो कुछ माल कम लेते हैं, पर एक अ...ऐसे बेईमान फ़िलहाल तो कुछ माल कम लेते हैं, पर एक असंतुष्ट मरीज कम से कम बीस को बताता है, लम्बे समय में डॉक्टर का ही नुकसान है.ab inconvenientihttps://www.blogger.com/profile/16479285471274547360noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-32687129925424889952009-12-05T19:41:14.644+05:302009-12-05T19:41:14.644+05:30दांतों की चिकत्सा अब हर किसी के दांत की रोटी नहीं ...दांतों की चिकत्सा अब हर किसी के दांत की रोटी नहीं रह रह गयी है -सच !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-41965453965678379132009-12-05T15:12:27.598+05:302009-12-05T15:12:27.598+05:30ललित भाई,
आभार
==================================...ललित भाई,<br />आभार <br /><b></b>==============================================<br /><a href="http://kalptaru.blogspot.com/2009/12/blog-post_557.html/" rel="nofollow"><br />मुम्बई ब्लोगर मीट दिनाक ०६/१२/२००९ साय ३:३० से <br />नेशनल पार्क बोरीवली मुम्बई के त्रिमुर्तीदिगम्बर जैन टेम्पल <br />मे होनॆ की सुचना विवेकजी रस्तोगी से प्राप्त हुई... <br />शुभकामानाऎ<br />वैसे मै यानी मुम्बई टाईगर इसी नैशनलMUMBAI TIGER मुम्बई टाईगरhttps://www.blogger.com/profile/12686479234497210080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-9106577825107759562009-12-05T12:42:25.376+05:302009-12-05T12:42:25.376+05:30ललित भाई,
ये डॉक्टर ज़रूर कैपिटेशन फीस देकर डॉक्टर...ललित भाई,<br />ये डॉक्टर ज़रूर कैपिटेशन फीस देकर डॉक्टर बना होगा...इसलिए ये अब हर मरीज़ को बकरा समझ कर हलाल करता होगा...कैपिटेशन फीस की भरपाई के लिए...ऐेसे डॉक्टर काम में भी बस चलताऊ होते हैं...ऐसे ही एक डॉक्टर पे अपना ताऊ दांत निकलवाने चला गया...डॉक्टर ने मरीज वाली कुर्सी पर बिठाकर कहा...चलो मुंह खोलिए...ताऊ ने<br />मुंह खोल दिया...डॉक्टर फिर बोला...थोड़ा और खोलिए...ताऊ ने और मुंह खोल दिया...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-81767940541143624652009-12-05T12:39:53.997+05:302009-12-05T12:39:53.997+05:30शुक्र है सस्ते में छूट गए
वर्ना हो सकता है कुछ दि...शुक्र है सस्ते में छूट गए <br />वर्ना हो सकता है कुछ दिन बाद नकली बत्तीसी लगाए घूमते<br />आज डाक्टरी व प्रापर्टी डीलरी में कोई फ़र्क़ नहीं रह गया है...<br />दोनों ही कमीशन खा रहे हैं (कुछ को छोड़ दें तो)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-75656748589066160092009-12-05T11:56:34.383+05:302009-12-05T11:56:34.383+05:30मित्र ने कहा मंजन लगाने को और आप चूना लगवाने चल दि...मित्र ने कहा मंजन लगाने को और आप चूना लगवाने चल दिए :-)<br /><br /><a href="http://google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow">बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-19938699212911643302009-12-05T11:41:18.380+05:302009-12-05T11:41:18.380+05:30अपनी एक पुरानी कविता जो दाँत के दर्द मे लिखी थी --...अपनी एक पुरानी कविता जो दाँत के दर्द मे लिखी थी ---<br />"ज़िन्दगी में किसी को बद्दुआ ना दो <br />और दो तो बस यही <br />कि जा..तुझे दाँत का दर्द हो जाये "<br />आपकी तो किसी से दुश्मनी नही है भैया फिर....?शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-74642708826318486002009-12-05T10:46:02.966+05:302009-12-05T10:46:02.966+05:30फरिस्ते शायद जान छोड़ भी दें
पर डाक्टर अपनी फ़ीस...फरिस्ते शायद जान छोड़ भी दें<br />पर डाक्टर अपनी फ़ीस ना छोड़ेंगे<br />बिलकुल सेही कहा जी जिन्हें लोग भगवान मानते हैं वो आज कसाई बन गयी हैं । शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-69761124087083479462009-12-05T10:40:09.931+05:302009-12-05T10:40:09.931+05:30क्या टिप्पणी करें? राजधानी में रहने का आनन्द ही...क्या टिप्पणी करें? राजधानी में रहने का आनन्द ही कुछ और है, छोटे शहरों मे इतनी लूटपाट नहीं है। चलिए एक हजार से ही जान छूटी, नहीं तो पूरी बत्तीसी ही लगाकर छोड़ता वो डाक्टर।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-16289303125909877432009-12-05T10:27:25.560+05:302009-12-05T10:27:25.560+05:30ललित भइया, अतेक बड़ पत्रकार होके भी ठगा गे गा?
फरि...ललित भइया, अतेक बड़ पत्रकार होके भी ठगा गे गा?<br /><br />फरिश्ते तो जान छोड़ देते हैं भैया पर यमदूत कभी नहीं छोड़ते!<br /><br />हमारे भी दाँत में अक्सर दर्द उठते रहता है। कृपया मंजन के बारे में सूचित करें।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.com