tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post831293194519588882..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: आकार 2012: कठपुतली वाली मेडमब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-85035883227363218192012-06-08T03:52:22.129+05:302012-06-08T03:52:22.129+05:30बचपन में हमने भी बहुत देखे हैं कठपुतली के खेल । इस...बचपन में हमने भी बहुत देखे हैं कठपुतली के खेल । इसमें गली गली घूम कर कलाकार एक खटिया के पीछे से खेल करते थे । पृथ्वीराज चौहान और महम्मज घोरी की कहानी पद्मिनि और अलाउद्दीन की कहानी । नीलिमा जी का प्रयास सराहनीय ही नही अनुकरणीय है ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-33361695249728997532012-06-08T00:37:32.721+05:302012-06-08T00:37:32.721+05:30हमने भी बचपन में कठपुतलियो का डांस देखा था ..कभी स...हमने भी बचपन में कठपुतलियो का डांस देखा था ..कभी स्कूल में तो कभी हमारी पुलिस कालोनी में ..जो ज्यादातर राजस्थान की वीरता के किस्से सुनाते थे ..कठपुतली मेडम का कार्य प्रशसनीय हैंदर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-36270397908375984812012-06-08T00:36:48.996+05:302012-06-08T00:36:48.996+05:30नीलिमा जी का प्रयास सचमुच सराहनीय है.नीलिमा जी का प्रयास सचमुच सराहनीय है.Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-492966578714058352012-06-07T19:13:42.342+05:302012-06-07T19:13:42.342+05:30नीलिमा जी के जज्बे को सलाम। नीलिमा जी के काम को ब्...नीलिमा जी के जज्बे को सलाम। नीलिमा जी के काम को ब्लाग के जरिये सबके सामने लाने के लिये आपका भी अभिनंदन। सच इस काम में शासकीय या सामाजिक संस्थागत सहायता मिले तो सोने पर सुहागा हो।डॉ.मीनाक्षी स्वामी Meenakshi Swamihttps://www.blogger.com/profile/15313541475874234966noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-20609111564863035502012-06-07T18:46:41.876+05:302012-06-07T18:46:41.876+05:30कृपया बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट पढ़े...गलत लिखा गया।कृपया बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट पढ़े...गलत लिखा गया।सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-34475793726895049972012-06-07T18:31:46.280+05:302012-06-07T18:31:46.280+05:30फिर स्पैम में गई मेरी टिप्पणी :(फिर स्पैम में गई मेरी टिप्पणी :(सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-27004314151938722972012-06-07T18:30:29.955+05:302012-06-07T18:30:29.955+05:30सर्वप्रथम नीलिमा जी की लगन और मेहनत को प्रणाम। कभी...सर्वप्रथम नीलिमा जी की लगन और मेहनत को प्रणाम। कभी-न-कभी उनकी मेहनत अवश्य सार्थक होगी। बचपन में हमने भी होमसाइंस में बहुत सी रंग-बिरंगी खड़ीया और कागज़ से कठपुतली बनाई है। खड़ीया और कागज़ की लुग्दी से अनेक सामान खिलौने बनाये जाते हैं। हमारे यहाँ सामान रखने के लिये ठाठिये भी बनते थे। जो माँ घर में ही बना लेती थी। आजकल सब बंद हो गया है। यह रुकना नही चाहिये था। एक प्रकार से बेस्ट आउट ऑफ़ बेस्ट में सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-87345934637761033702012-06-07T15:52:57.049+05:302012-06-07T15:52:57.049+05:30सार्थक व सटीक लिखा है आपने ...आभार ।सार्थक व सटीक लिखा है आपने ...आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-37721943314805359532012-06-07T13:45:54.755+05:302012-06-07T13:45:54.755+05:30लोक कला में कठपुतली मेहनत और बुद्धि का रचनात्मक क...लोक कला में कठपुतली मेहनत और बुद्धि का रचनात्मक कार्य है . नीलिमा जी के प्रयास के लिए उन्हें सहयोग मिलना ही चाहिए !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-32674086183867162642012-06-07T12:46:10.928+05:302012-06-07T12:46:10.928+05:30रोचक जानकारी ....नीलिमा जी का परिचय मिलारोचक जानकारी ....नीलिमा जी का परिचय मिलासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-15023261763361913612012-06-07T09:58:00.040+05:302012-06-07T09:58:00.040+05:30नीलिमा जी का प्रयास सचमुच सराहनीय है.नीलिमा जी का प्रयास सचमुच सराहनीय है.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-36770098275274320812012-06-06T20:54:57.198+05:302012-06-06T20:54:57.198+05:30कठपुतली कला हालाँकि बड़े शहरों में अब लुप्त होती ज...कठपुतली कला हालाँकि बड़े शहरों में अब लुप्त होती जा रही है . फिर भी बहुत से गरीबों का रोजी रोटी का सहारा है यह कला .<br />सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार .डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-68395575970411142392012-06-06T19:05:52.669+05:302012-06-06T19:05:52.669+05:30लोक कलायें संरक्षित हों, सुन्दर आलेख।लोक कलायें संरक्षित हों, सुन्दर आलेख।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-85318509417664631232012-06-06T18:05:37.377+05:302012-06-06T18:05:37.377+05:30नीलिमा मोईत्रा कठपुतली कला को आगे बढाने के लिये प्...नीलिमा मोईत्रा कठपुतली कला को आगे बढाने के लिये प्रशासन को मदद करनी चाहिए,,,,,,<br /><br />ललित जी ,,,,आपने सही कहा कि पुरस्कार के रुप में प्रमाण-पत्र के साथ शाबसी तो मिलती है पर आर्थिक सहायता कहीं से नहीं मिलती।<br /><br />MY RESENT POST,,,,,<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/06/blog-post.html" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: स्वागत गीत,,,,,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-3532975073497170682012-06-06T17:10:11.176+05:302012-06-06T17:10:11.176+05:30नीलिमा माइत्रा जी का परिचय देते हुए एक सार्थक लेख ...नीलिमा माइत्रा जी का परिचय देते हुए एक सार्थक लेख लिखा आपने .. भारतवर्ष में प्रतिभाओं की कमी नहीं .. अपनी रूचि का काम करने का और लक्ष्य को पाने का जुनून सा होता है इनके मन में .. थोडी सी सरकारी , सामाजिक या वैयक्तिक मदद से इनका संघर्ष कम हो तो इनके जीवनकाल में ही समाज के लिए इनका योगदान बहुत अधिक हो सकता है .. काश लोग इसे समझ पाते !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-18208972903277439702012-06-06T16:27:58.095+05:302012-06-06T16:27:58.095+05:30Aabhar.Aabhar.Sawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/12180922653822991202noreply@blogger.com