tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post9053084060641430696..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: लाडमल्लिका और टुटवा गोरा साहब: चुनारगढ़ब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-68644352113672391752017-05-24T00:54:59.867+05:302017-05-24T00:54:59.867+05:30विस्तृत वर्णन अच्छा हैविस्तृत वर्णन अच्छा हैअनिल दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/00010528560956491312noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-87715971413381647972013-10-10T16:16:14.083+05:302013-10-10T16:16:14.083+05:30सदियों के इतिहास को स्वयं में समेटे है यह क़िला, र...सदियों के इतिहास को स्वयं में समेटे है यह क़िला, रोचक और तथ्यपरक अवलोकन।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-14173878254184369642013-10-08T00:03:44.925+05:302013-10-08T00:03:44.925+05:30चुनारगढ़ किले का रोचक जानकारी देने के लिए आभार .!
न...चुनारगढ़ किले का रोचक जानकारी देने के लिए आभार .!<br />नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनायें-<br /><br /><b>RECENT POST </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/10/blog-post.html#links" rel="nofollow">: पाँच दोहे,</a><br />धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-44256927980702222482013-10-07T21:02:36.805+05:302013-10-07T21:02:36.805+05:30जो सोनुवा मंडप का गलियारा फोटो में दिख रहा है .. व...जो सोनुवा मंडप का गलियारा फोटो में दिख रहा है .. वो तो बहुत सुंदर नया सा लग रहा है ...बहुत ही ज्ञानवर्द्धक पोस्ट !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-2401444954597623262013-10-07T20:05:06.582+05:302013-10-07T20:05:06.582+05:30बहुत खूब। छोटी से छोटी बात की विस्तृत जानकारी।
तीन...बहुत खूब। छोटी से छोटी बात की विस्तृत जानकारी।<br />तीन जने, एक कार। एक नेपाल पहुंच गया, एक खामोश कहीं पहुंच कर भी निस्पृह और एक चुनार के ऐतिहासिक रहस्य की धूंध में रमण कर रहा। गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-20628884423744280212013-10-07T19:23:23.827+05:302013-10-07T19:23:23.827+05:30आल्हा आख्यान कैसे आ जुड़ा ? इस पर भी खोज दृष्टि चा...आल्हा आख्यान कैसे आ जुड़ा ? इस पर भी खोज दृष्टि चाहिए Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-5754134335581308272013-10-07T17:19:11.530+05:302013-10-07T17:19:11.530+05:30दो बार इसके करीब से होकर जाना हुआ लेकिन यहाँ नहीं ...दो बार इसके करीब से होकर जाना हुआ लेकिन यहाँ नहीं जा पाया।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-15269858551395078622013-10-07T12:51:56.894+05:302013-10-07T12:51:56.894+05:30आपकी घुमक्कड़ी ने एक बार फिर से इतिहास को जीवंत कर ...आपकी घुमक्कड़ी ने एक बार फिर से इतिहास को जीवंत कर दिया है। चुनारगढ़ के इतिहास और स्थापत्य की इतनी विस्तृत तथ्यपूर्ण जानकारी के साथ चलचित्र की भांति रोचक वृत्तान्त लिखना सचमुच बहुत ही कठिन कार्य है. धन्य है आपकी खोजी दृष्टी और याददाश्त... संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-46837170758626924332013-10-07T10:48:14.115+05:302013-10-07T10:48:14.115+05:30हम तो चुनारगढ़ कल्पित समझते थे..हम तो चुनारगढ़ कल्पित समझते थे..विवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-20902495956252566832013-10-07T09:38:53.528+05:302013-10-07T09:38:53.528+05:30आप घुमक्कड़ी के साथ ऐतिहासिक तथ्यों की पड़ताल भी क...आप घुमक्कड़ी के साथ ऐतिहासिक तथ्यों की पड़ताल भी करते जाते हैं , जो सराहनीय है । रोचक और तथ्यपूर्ण यात्रावर्णन है । बधाई । Sp Sudheshhttps://www.blogger.com/profile/02398620807527835617noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-87298094016616736972013-10-07T08:32:36.252+05:302013-10-07T08:32:36.252+05:30चुनारगढ़ के किले का इतिहास रोचक है। आपकी घुमक्कड़ी...चुनारगढ़ के किले का इतिहास रोचक है। आपकी घुमक्कड़ी इतिहास की घटनाओं को जिन्दा कर देती है। <br /> राजा (ऋषि )भर्तृहरि का आश्रम राजस्थान में अलवर के पास है !कभी जाना हुआ नहीं लेकिन !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-54684096697252199432013-10-07T08:15:30.814+05:302013-10-07T08:15:30.814+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-84718883769235260912013-10-07T08:07:20.439+05:302013-10-07T08:07:20.439+05:30@ P.N. Subramanian ji
टंकण त्रुटि को सुधार दिया ग...@ P.N. Subramanian ji<br /><br />टंकण त्रुटि को सुधार दिया गया है, शुक्रिया.ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-7187580393170429372013-10-07T08:05:27.203+05:302013-10-07T08:05:27.203+05:30बढ़िया आलेख सन 1530 - 38 की अवधि को त्रुटिवश 1930...बढ़िया आलेख सन 1530 - 38 की अवधि को त्रुटिवश 1930 (बाबर की मृत्यु) हो गई है. आगे भी वही गलती हो गई है कृप्य सुधार कर लें P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-29565120110616728962013-10-07T08:02:55.160+05:302013-10-07T08:02:55.160+05:30@chandresh ji
टंकण त्रुटि को सुधार दिया गया है, ...@chandresh ji <br /><br />टंकण त्रुटि को सुधार दिया गया है, शुक्रिया त्रुटियों की ओर ध्यानाकर्षण कराने के लिए.ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-22699370961628303132013-10-07T07:49:52.520+05:302013-10-07T07:49:52.520+05:30श्रीमान जी आप चुपके से चुनार कब आ गए. मुझे पता ही...श्रीमान जी आप चुपके से चुनार कब आ गए. मुझे पता ही नहीं चला नहीं तो मैं इस महान घुमक्कड़ के एक बार दर्शन जरुर करता. <br /> चलिए फिर कभी, आपके द्वारा दी गयी जानकारी काफी ज्ञानवर्धक है. चुनार के इतिहास के बारे में विस्तार से लिखने के लिए धन्यवाद. एक - दो जगह वर्ष लिखने में त्रुटियाँ हो गयी है. उसे सुधार कर दीजियेगा<br /><br />नीरज जाट भी एक बार चुनार घूमने के लिए आये थे. उस यात्रा को देखने के लिए चंद्रेश कुमार https://www.blogger.com/profile/00782031304346366663noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-54787475221118520312013-10-07T07:36:37.042+05:302013-10-07T07:36:37.042+05:30चुनारगढ़ का नाम सुना था.पहले कल्पित समझता था.अब हक...चुनारगढ़ का नाम सुना था.पहले कल्पित समझता था.अब हकीकत पता लगी, लगता है किसी दिन आइयारों को भी आप खोज निकालोगे ..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04732815342314200721noreply@blogger.com