tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post4199485365651049883..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: चंद्रभागा के तट पर सांब की अर्क उपासना - कलिंग यात्राब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-42700864469323111742015-12-27T19:24:22.918+05:302015-12-27T19:24:22.918+05:30अपन गए ही कहां थे वो तो ज़रा 'टेस्ट' बदला थ...अपन गए ही कहां थे वो तो ज़रा 'टेस्ट' बदला था। <br />बढ़िया, उम्दा, ''जानकारीदार'' पोस्ट गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-51381184258670255062015-09-27T15:46:16.726+05:302015-09-27T15:46:16.726+05:30घूम रहे हैं हम भी आपके साथ :)घूम रहे हैं हम भी आपके साथ :)संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-37682442374650001692015-09-26T16:31:26.941+05:302015-09-26T16:31:26.941+05:30dilchasp post........ bahut mehnat karte hian sir ...dilchasp post........ bahut mehnat karte hian sir !!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-65351216204639435942015-09-25T22:31:12.918+05:302015-09-25T22:31:12.918+05:30इतिहास के साथ साथ वर्तमान पर भी गहरी पकड़ बनी हुई ह...इतिहास के साथ साथ वर्तमान पर भी गहरी पकड़ बनी हुई है। लाजवाब चित्र हमें भी आँखों देखी जैसा आनंदित कर रहे हैं । संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-43665272027588151172015-09-25T22:31:01.648+05:302015-09-25T22:31:01.648+05:30इतिहास के साथ साथ वर्तमान पर भी गहरी पकड़ बनी हुई ह...इतिहास के साथ साथ वर्तमान पर भी गहरी पकड़ बनी हुई है। लाजवाब चित्र हमें भी आँखों देखी जैसा आनंदित कर रहे हैं । संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-48712274228485406342015-09-25T21:47:31.938+05:302015-09-25T21:47:31.938+05:30बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक लेख की प्रस्तुति।बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक लेख की प्रस्तुति।जमशेद आजमीhttp://www.kanafusi.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-37976502506792418262015-09-25T19:05:55.685+05:302015-09-25T19:05:55.685+05:30तट पर सामने बीजू बाबू की विशाल प्रतिमा समुद्र की ओ...तट पर सामने बीजू बाबू की विशाल प्रतिमा समुद्र की ओर संकेत करते हुए स्थापित की गई है। प्रतिमा देख कर ऐसा लगता है कि जैसे बीजू बाबू स्वयं ही चंद्रभागा तट का रास्ता बता रहे हों। आजादी के बाद के उड़ीसा में बीजू बाबू का महत्वपूर्ण स्थान है और यहाँ की जनता उन्हें खूब चाहती थी। इसी चाहत का फ़ायदा उठा कर नोबिन बाबू इतने बरसों से राज कर रहे हैं। ..पोल खोल दी आपने...सच आज भी जनता भेड़चाल चले यह प्रजातंत्र के कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-49235833724572257812015-09-25T17:05:35.658+05:302015-09-25T17:05:35.658+05:30शानदार यात्रा..... अच्छे चित्रों के साथ
www.safa...शानदार यात्रा..... अच्छे चित्रों के साथ <br /><br />www.safarhaisuhana.com Ritesh Guptahttps://www.blogger.com/profile/08778571076761815036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-13028970865878678702015-09-25T14:35:10.374+05:302015-09-25T14:35:10.374+05:30यात्रा दिलचस्प लग रही है और आपका यह पोस्ट भी!यात्रा दिलचस्प लग रही है और आपका यह पोस्ट भी!Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-61760995585135330312015-09-25T08:38:50.707+05:302015-09-25T08:38:50.707+05:30पुराणानुसार अगस्त ऋषि ने दक्षिण यात्रा के समय, अने...पुराणानुसार अगस्त ऋषि ने दक्षिण यात्रा के समय, अनेक स्थलो के देवताओं का दर्शन करने से पहले ताम्रपाणी, नामक नदी को पृथ्वी पर प्रवाहित किया. उस नदी की रेत तांबा,धातू के समान थी इस कारण वह ताम्रपर्णी, नाम धारण कर इस संसार मे बहती है. ताम्रपर्णी नदी दक्षिण भारत की नदी है, जो केरल राज्य में बहती है। जातक कथाओं में भी इस नदी का उल्लेख हुआ है। मौर्य सम्राट अशोक के मुख्य शिलालेख दो और तेरह में तथा ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-32676852495210870882015-09-25T08:22:31.459+05:302015-09-25T08:22:31.459+05:30यहां बंदरगाह काफी महत्वपूर्ण रहा होगा। ताम्रपर्ण...यहां बंदरगाह काफी महत्वपूर्ण रहा होगा। ताम्रपर्णी किसे कहा गया है ?P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.com