tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post476643274170871037..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: पांच सौ का नोट, काला कोट और दो छक्के ब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-88924501124143629642015-11-29T08:45:59.918+05:302015-11-29T08:45:59.918+05:30मैने भी कहा कि – जुर्माना तो जरुर बना देना लेकिन अ...मैने भी कहा कि – जुर्माना तो जरुर बना देना लेकिन अपने फ़ूफ़ा नै (पवन चंदन जी) मति भूल जाईयो।<br /><br />हाहाहाYaad safar kihttps://www.blogger.com/profile/12522116136878253164noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-41594414066935067552010-12-21T22:35:26.299+05:302010-12-21T22:35:26.299+05:30खूब रही आपकी यात्रा, चित्तोड़गढ़ ना पहुँच पाने का दु...खूब रही आपकी यात्रा, चित्तोड़गढ़ ना पहुँच पाने का दुःख रहेगा पर हाँ यह ठीक रहा कि ब्लॉगर भाइयों ने वहाँ ब्लोगरी का माँ बचाए रखा वर्ना इंदु जी शिकायत करती :))Manoj Khttps://www.blogger.com/profile/06707542140412834778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-5287855409156673622010-12-21T21:32:52.920+05:302010-12-21T21:32:52.920+05:30बहुत सुंदर जानकारी जी, चलिये अब जल्दी से रोहतक पहु...बहुत सुंदर जानकारी जी, चलिये अब जल्दी से रोहतक पहुचे, फ़िर हो जाये एक एक गलासीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-28948617570635451252010-12-21T16:02:06.108+05:302010-12-21T16:02:06.108+05:30बड़ी एक्टिव यात्रा रही आपकी ,रोचक वृतांत.बड़ी एक्टिव यात्रा रही आपकी ,रोचक वृतांत.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-87468322430524045142010-12-21T13:31:09.148+05:302010-12-21T13:31:09.148+05:30बहुत दिनों बाद पहुचे हरियाणा में |मजा आया पढकर|बहुत दिनों बाद पहुचे हरियाणा में |मजा आया पढकर|naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-47465505272848010142010-12-21T12:11:57.220+05:302010-12-21T12:11:57.220+05:30पढने में मजा आया..पढने में मजा आया..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-7434055703107382212010-12-21T11:24:25.955+05:302010-12-21T11:24:25.955+05:30एक एक करके निकल रही है कहानियां वाह गुरु वा छा गये...एक एक करके निकल रही है कहानियां वाह गुरु वा छा गये ज़नाब <br /><a href="http://sanskaardhani.blogspot.com/2010/12/blog-post_20.html//" rel="nofollow"> बोलने का अधिकार बनाम मेरा गधा, और मैं.......!!</a><br /><a href="http://girishbilloremukul.blogspot.com/" rel="nofollow">गिरीश बिल्लोरे का ब्लाग</a>बाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-52281470712375307882010-12-21T10:18:25.375+05:302010-12-21T10:18:25.375+05:30चित्तौडगढ से पानीपत।
बहुत खूब।चित्तौडगढ से पानीपत। <br />बहुत खूब।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-58751340258330730742010-12-21T10:04:01.393+05:302010-12-21T10:04:01.393+05:30आदरणीय ललित शर्मा जी
नमस्कार
मालूम था आपका पांच...आदरणीय ललित शर्मा जी <br />नमस्कार <br />मालूम था आपका पांच सौ का नोट , पर अंदाज काबिल- ए- तारीफ है भाई, शीर्षक पढने को मजबूर कर देता है .... ....शुक्रियाकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-14936895159226857262010-12-21T09:36:32.883+05:302010-12-21T09:36:32.883+05:30ललित भाई , यह नहीं बताया कि ऐसी बढ़िया कंपनी मिलने...ललित भाई , यह नहीं बताया कि ऐसी बढ़िया कंपनी मिलने पर ठण्ड का क्या हुआ । भाग गई होगी । हा हा हा !<br />रोचक संस्मरण ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-71417358549565078412010-12-21T09:32:10.088+05:302010-12-21T09:32:10.088+05:30बढ़िया लगा जी आपका यात्रा विवरणबढ़िया लगा जी आपका यात्रा विवरणGyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-24126147642578183342010-12-21T09:16:11.321+05:302010-12-21T09:16:11.321+05:30गतिविधियों से भरी रही यात्रा आपकी।गतिविधियों से भरी रही यात्रा आपकी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-44308388615664321172010-12-21T09:01:15.689+05:302010-12-21T09:01:15.689+05:30bhut behtrin post . akhtar khan akela kota rajstha...bhut behtrin post . akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-89361644197054596562010-12-21T08:54:17.591+05:302010-12-21T08:54:17.591+05:30चलिए आप राजस्थान की धरती से हरियाणा की धरती पर आ ...चलिए आप राजस्थान की धरती से हरियाणा की धरती पर आ गए। रोचक जानकारी।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-91562608330490950212010-12-21T08:25:14.498+05:302010-12-21T08:25:14.498+05:30'ठंड अपना रंग दिखा रही थी और मैं उस हिसाब से क...'ठंड अपना रंग दिखा रही थी और मैं उस हिसाब से कपड़े लेकर नहीं आया था।'हे भगवान! इतनी छोटी सी बात मेरे दिमाग में तो नही आई किन्तु आप तो कह सकते थे.इच्छा तो ऐसी हो रही है कि झगड़ा करूं.अरे भाई !गोस्वामीजी,टीटू,ऋतू के पास गर्म कपड़े हैं.आप कह नही सकते थे....दुष्ट कहीं के!<br />वैसे लिखते ऐसा हैं कि एक बार में कोई भी पूरा पढ़ कर ही उठे.रियली ये आपके लेखन का कमाल है.<br />पद्म सिंग??? अरे सिंह को Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-68813741920214264612010-12-21T08:09:22.075+05:302010-12-21T08:09:22.075+05:30दर असल कई बार जब हम बाहर की दुनिया वाले से ब्लॉग य...दर असल कई बार जब हम बाहर की दुनिया वाले से ब्लॉग या ब्लॉगर के बारे में बात करते हैं तो शायद उनको हमारी बात बेवकूफाना लगती है और समझ से परे होती है ... कुछ आत्मीय रिश्तों के लिए भी दुनिया में कोई विशेषण नहीं खोजा गया है... ऐसे में उनकी भाषा में ही स्पष्ट करना मजबूरी बन जाती है... :)Padm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-79706934466774506682010-12-21T07:57:38.913+05:302010-12-21T07:57:38.913+05:30भाई ललित जी.. आपका अंदाज़े बयाँ तो ज़बरदस्त होता ही ...भाई ललित जी.. आपका अंदाज़े बयाँ तो ज़बरदस्त होता ही है... अंतिम फोटो तो सीधे करेजे पे तीर सी लग रही है :) अगर मोनालिसा देखले तो मुस्कुराने की बजाय हँस पड़े...हा हा हा ... मै तो इनकी भावभंगिमा बड़ी हसरत से कई बार निहार चुका हूँ... अच्छा हुआ इन्होने पहले ही एक "डाल" रखा है ... हा हा हा ...हे प्रभु ..Padm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-39259674045960263762010-12-21T07:42:26.218+05:302010-12-21T07:42:26.218+05:30यात्रा संस्मरण की दिलचस्प प्रस्तुति.यात्रा संस्मरण की दिलचस्प प्रस्तुति.Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-62326445622816592332010-12-21T07:21:03.424+05:302010-12-21T07:21:03.424+05:30अब एक छक्का तो मेरी सामने सीट पर बैठा था। साथ में ...अब एक छक्का तो मेरी सामने सीट पर बैठा था। साथ में एक बुढिया माई। माई उससे पूछती थी कि – तुमने शादी कर ली? तो छक्का बोला – हां डाल रक्खा है अम्मा एक। अभी लेकर गयी थी उसे अपने साथ। मेरे भतीजा हुआ है न उसका छुछक आया था। गोटे वाला सलवार सूट सींमाया था उसने मेरे लिए। ये जो मुकेश (दुसरा छक्का) है ना, ये मेरा गुरु भाई है। मैने इसके लिए भी एक मुन्नी बदनाम वाली डरेस खरीद कर दी है। फ़िर उसको बोला – अरे गुरुPadm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-22764240021242821272010-12-21T05:56:15.144+05:302010-12-21T05:56:15.144+05:30टिकिट तो टिकिट है, लेकिन पांच सौ का नोट तो पास है,...टिकिट तो टिकिट है, लेकिन पांच सौ का नोट तो पास है, 'मल्टी पास'Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-16792541838039153322010-12-21T05:38:29.330+05:302010-12-21T05:38:29.330+05:30अब एक छक्का तो मेरी सामने सीट पर बैठा था। साथ में ...अब एक छक्का तो मेरी सामने सीट पर बैठा था। साथ में एक बुढिया माई। माई उससे पूछती थी कि – तुमने शादी कर ली? तो छक्का बोला – हां डाल रक्खा है अम्मा एक। अभी लेकर गयी थी उसे अपने साथ। मेरे भतीजा हुआ है न उसका छुछक आया था। गोटे वाला सलवार सूट सींमाया था उसने मेरे लिए। ये जो मुकेश (दुसरा छक्का) है ना, ये मेरा गुरु भाई है।<br /><br />हा हा हा ....समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.com