tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post7178471693691896948..comments2024-03-18T14:44:38.702+05:30Comments on ललितडॉटकॉम: मृत्यु का उत्सव -- पंछी उड़ जाना ---- ललित शर्मा,ब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-49919331841370655742011-09-20T23:53:42.394+05:302011-09-20T23:53:42.394+05:30kono ke kahe se ruka hai kaa yh panchhi? pinjare m...kono ke kahe se ruka hai kaa yh panchhi? pinjare me kb tk kaid rhega ji.jana hai jayega furrrrrrrrrr aap to likhoइन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-100787869066315422011-09-18T12:50:17.066+05:302011-09-18T12:50:17.066+05:30बहुत सुन्दर लेख इसके लिए आपका आभारबहुत सुन्दर लेख इसके लिए आपका आभारSurendra Singh Bhamboohttps://www.blogger.com/profile/11382942026842555156noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-34714132422467578812011-09-13T01:23:04.585+05:302011-09-13T01:23:04.585+05:30पढा.अच्छा लगा सच्ची.वैसे एक बात बताऊँ मैं आप लोगो ...पढा.अच्छा लगा सच्ची.वैसे एक बात बताऊँ मैं आप लोगो की तरह ज्ञानी नही.सेंटी हूँ वो अलग पर...जाने क्तुं कोई माथे पर प्यार से हाथ भर फेर दे या किसी गाने को सुन कर आंसू रोक नही पाती किन्तु कोई मौत हो जाए शव के पास चुपचाप बैठी रहती हूँ.एक बूँद आंसू नही टपकता आँखों से.अपने पापा की बहुत लाडली थी उनसे बहुत पटती थी मेरी.वो गए.नही रोई.मम्मी को भाइयों को चुप कराती रही.इससे पहले अपना इतना निकट का और प्रिय ..इन्दु पुरीhttps://www.blogger.com/profile/10029621653320138925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-85163565356483191942011-09-10T15:05:01.194+05:302011-09-10T15:05:01.194+05:30मैं इस पोस्ट पर कैसे नहीं पहुंचा .. ललित भाई आपकी ...मैं इस पोस्ट पर कैसे नहीं पहुंचा .. ललित भाई आपकी बातो ने ओशो के रहस्य की याद दिला दी ,. वो कहते थे मैं मृत्यु सिखाता हूँ ..सत्य ही है , मृत्यु तो एक उत्सव ही है ...<br /><br />आपके लेखन को सलाम <br /><br />विजयvijay kumar sappattihttps://www.blogger.com/profile/06924893340980797554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-15097481182029112192011-09-08T11:38:31.313+05:302011-09-08T11:38:31.313+05:30philosophical post ................nice onephilosophical post ................nice onedrsatyajitsahu.blogspot.inhttps://www.blogger.com/profile/13453843563860464369noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-69783928396114627332011-09-06T14:40:31.404+05:302011-09-06T14:40:31.404+05:30ये खुशदीप जी मेरा गीत पहले ही लिख जाये हैं क्या कर...ये खुशदीप जी मेरा गीत पहले ही लिख जाये हैं क्या करू ...<br />अभी पिछले दिनों समीर जी के ब्लॉग पे एक गीत गुनगुना ही रही थी की देखा खुशदीप जी पहले ही लिख चुके हैं ....<br /><br />क्षणिकाओं के लिए कितना इन्तजार करवायेंगे .....?हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-81164705928208987182011-09-06T14:36:42.336+05:302011-09-06T14:36:42.336+05:30आज अचानक याद आया की आपको बहुत समय से नहीं पढ़ा है ...आज अचानक याद आया की आपको बहुत समय से नहीं पढ़ा है . देखा तो पता चला की आपने पिछली पोस्ट ५ दिन पहले ही तो लिखी थी . पांच दिन की अनुपस्थिति पांच महीने जैसी लगी . <br /><br />मृत्यु पर आपके प्रवचन किसी सिद्ध महात्मा से कम नहीं . क्रिया पाठ में प्रयोग करने लायक हैं . <br /><br />सही है हम खामख्वाह मुखौटे पहने रहते हैं . मूंह लटकाकर दुखी होने का नाटक करते हैं . जबकि जाने वाले को कुछ फर्क नहीं पड़ता डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-32661215073188944892011-09-05T01:38:34.125+05:302011-09-05T01:38:34.125+05:30सटीक बात कही है आपने . सार्थक पोस्ट हेतु हार्दिक श...सटीक बात कही है आपने . सार्थक पोस्ट हेतु हार्दिक शुभकामनायें ......मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-88627848518803590972011-09-04T12:35:54.542+05:302011-09-04T12:35:54.542+05:30मृत्यु से यारी हो जाए!मृत्यु से यारी हो जाए!P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-416620825484867052011-09-04T12:03:36.620+05:302011-09-04T12:03:36.620+05:30इन्होने ही मृत्यु के रहस्य को पाया है. जीवन अगर उत...इन्होने ही मृत्यु के रहस्य को पाया है. जीवन अगर उत्सव है तो मृत्यु भी उत्सव होना चाहिए. जिसकी जितनी साँस थी इस दुनिया में उसने अपनी सांसे पूरी कर ली. फिर किस चीज का शोक मनाना<br />..<br /><br />बहुत अच्छी लगी यह पोस्ट ..आभार सुनीता जी का जो आज इस पोस्ट को चुना ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-71606121304429954042011-09-04T08:11:54.524+05:302011-09-04T08:11:54.524+05:30चर्चा में आज नई पुरानी हलचल
आपकी चर्चाचर्चा में आज <a href="http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/2011/09/blog-post_04.html" rel="nofollow">नई पुरानी हलचल </a> <br /><br />आपकी चर्चासुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-69802871069233987432011-09-03T23:55:22.713+05:302011-09-03T23:55:22.713+05:30ज़िंदगी तो बेवफ़ा है, एक दिन ठुकराएगी,
मौत महबूबा ...ज़िंदगी तो बेवफ़ा है, एक दिन ठुकराएगी,<br />मौत महबूबा है, जो साथ लेकर जाएगी,<br />मरके जीने की जो अदा दुनिया को सिखलाएगा,<br />वो मुकद्दर का सिकंदर, जानेमन कहलाएगा...<br /><br />अरे ललित भाई ये दर्शन की गूढ़ बातें कहां से करने लगे...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-63074982243613468692011-09-02T14:00:35.284+05:302011-09-02T14:00:35.284+05:30अभि कुछ दिन पहले डॉ अमर का केंसर से जाना.और ये आपक...अभि कुछ दिन पहले डॉ अमर का केंसर से जाना.और ये आपकी पोस्ट. एक सच जो बेहद दुखद होता है.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-77155597601156013052011-09-02T04:46:45.738+05:302011-09-02T04:46:45.738+05:30सच है ....सुंदर चिंतनसच है ....सुंदर चिंतन डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-5749495279272360692011-09-01T23:55:49.187+05:302011-09-01T23:55:49.187+05:30सच को प्रतिबिम्बित करती पोस्ट...सच को प्रतिबिम्बित करती पोस्ट...Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-41645964932673302912011-09-01T22:44:39.829+05:302011-09-01T22:44:39.829+05:30हरयाणा के महान कवि लख्मीचंद जी ने कहा है कि "...हरयाणा के महान कवि लख्मीचंद जी ने कहा है कि "लख चौरासी खत्म हुयी ना बीत कल्प युग चार गए , नाक मे दम आ गया क्या मरते मरते हार गए । आए थे भोगा नै भोगन भोगा नै हमको भोग लिया ।"ब्रह्मचारी अनन्तबोध चैतन्यhttps://www.blogger.com/profile/17194931876925289374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-79927775985831401692011-09-01T22:36:59.608+05:302011-09-01T22:36:59.608+05:30सार्थक जीवन दर्शन । यही सच है ।सार्थक जीवन दर्शन । यही सच है ।डॉ.मीनाक्षी स्वामी Meenakshi Swamihttps://www.blogger.com/profile/15313541475874234966noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-23271676682069076502011-09-01T20:50:24.124+05:302011-09-01T20:50:24.124+05:30मृत्यु के बारे अच्छा चित्रण किया है । एक बार महाभा...मृत्यु के बारे अच्छा चित्रण किया है । एक बार महाभारत मे यक्ष ने युधिष्ठिर से पूछा इस संसार मे सबसे बड़ा सत्य क्या है ?( पृथिव्या म महदाश्चर्यम किं अस्ति ? ननु मृत्यु । )इस पर महात्मा युधिष्ठिर ने जवाब दिया कि मृत्यु ही सत्य है । उसी सत्य को यहां आपने उघाड़ा है । धन्यवाद <br />सत्यस्य अप्रियस्य वक्ता श्रोताश्च दुर्लभाः। <br />सत्य के कहने और सुनने वाले बहुत कम लोग ही होते है ।Alakh Yogihttps://www.blogger.com/profile/10945638803646925075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-85194271336118952352011-09-01T19:29:08.535+05:302011-09-01T19:29:08.535+05:30शाश्वत सत्य यही है.
रामराम.शाश्वत सत्य यही है.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-15092399029083355232011-09-01T17:51:07.222+05:302011-09-01T17:51:07.222+05:30किसी की आँख खुल गई किसी को नींद आ गई....
वाह वाह.....किसी की आँख खुल गई किसी को नींद आ गई....<br />वाह वाह... कितनी सुन्दरता से शास्वत को बयाँ कर दिया अपने...<br />सादर बधाई...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-40497715277421111292011-09-01T16:26:22.905+05:302011-09-01T16:26:22.905+05:30"सत्य" का सुंदर ढंग से चित्रण। वह क्षण, ..."सत्य" का सुंदर ढंग से चित्रण। वह क्षण, जब किसी व्यक्ति के प्राण विहीन हो जाने पर मरघट मे सब लोग जमा होते हैं, सचमुच ही क्षण भर के लिये ही सही, वैराग्य तो उत्पन्न हो ही जाता है। किंतु ईश्वर ने हमे ऐसा बनाया है कि माया और मोह दोनो से निजात पाने मे बिरले ही लोग सक्षम हो पाते हैं…कह सकते हैं प्रकृति का चक्र है। वैसे ललित भाई मुझे अपने एक मित्र के इस कथन की ओर अक्सर ध्यान जाता है……"सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-75866032407792793372011-09-01T15:57:33.335+05:302011-09-01T15:57:33.335+05:30म्रत्यु का अर्थ इस जन्म में हमेशा के लिए बिछड़ना ह...म्रत्यु का अर्थ इस जन्म में हमेशा के लिए बिछड़ना है, लेकिन आपकी इस बात से भी सहमत हूँ-<br />यदि कभी किसी को याद कर दिल में हूक उठे. तो समझो उसका जीवन सार्थक रहा और मृत्यु भी उत्सव...संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-47881112567882780362011-09-01T13:07:51.324+05:302011-09-01T13:07:51.324+05:30श्मशानी का वैराग अस्थायी होता है..
@ सही कहा आपन...श्मशानी का वैराग अस्थायी होता है.. <br /><br />@ सही कहा आपने|जब भी किसी की अंतिम यात्रा में श्मशान गए है तब अकस्मात वैराग्य पनपता है पर श्मशान छोड़ने के बाद वैराग्य भी वही छूट जाता है|Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-10603475729226249532011-09-01T11:49:54.512+05:302011-09-01T11:49:54.512+05:30चिंतन सटीक है मधुशाला मे तो गजब का अध्यात्म है बच्...चिंतन सटीक है मधुशाला मे तो गजब का अध्यात्म है बच्चन साहब ने ने कमाल लिखा है उसका उल्लेख न होना थोड़ा खलाArunesh c davehttps://www.blogger.com/profile/15937198978776148264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8109392545841681205.post-30833240838154113822011-09-01T11:40:20.180+05:302011-09-01T11:40:20.180+05:30mutyu aek atalsaty hei ..aek din hum sabko jana he...mutyu aek atalsaty hei ..aek din hum sabko jana hei ..isliae huch achhe kaam kiae jae...दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.com