नमस्कार मित्रों, आज ललित डॉट कॉम ने 3 सैकड़ा पार कर लिया। गत वर्ष 14 सितम्बर 2009 को हिन्दी दिवस के दिन मैने पहली पोस्ट लगाई थी। मतलब 359 दिन में 300 पोस्ट लगाई गयी। दो महीने का लोचा हुआ है बीच में, जब हमने लिखना बंद किया था ब्लॉगोमैनिया का मरीज घोषित होकर। डॉक्टर साहब ने बिना मर्ज देखे ही मरीज बना दिया था।
वैसे भी लगातार ब्लागिंग करना हंसी ठट्ठा नहीं है, इतने दिनों में हमें यही समझ में आया है। नित्य अपने आपको ब्लागिंग से जोड़ कर रखना भी एक साधना से कम नहीं है। मैं तमाम ब्लाग साधकों का नमन करता हूँ जो कि ब्लागिंग में टिके हुए है। खुंटा मजबूत हो तो उखड़ने का खतरा कम ही रहता है, नहीं तो लगा एक झटका और जय राम जी की।
चलिए अब वे दिन भी बीत गए, लेकिन ब्लॉग जगत में डेढ साल तक टिक जाउंगा मैने सपने में भी नहीं सोचा था। मेरी धारणा हमेशा यही रही है कि प्रत्येक मानव से प्रेम व्यवहार रहे। कटुता का लेश मात्र भी न रहे। इसलिए विवादित पोस्टों पर टिप्पणी करने से हमेशा बचता रहा। हां,जहाँ मुझे उचित लगा,वहां मैने अपने विचार खुल कर रखे।
300 वीं पोस्ट एवं 4712 टिप्पणियों साथ ब्लागिंग का अविराम सफ़र चालु है, लड़ लें और झगड़ लें, लेकिन हिन्दी ब्लॉगिंग जैसा मंच नि:संदेह और कहीं भी नहीं है। इस आभासी दुनिया में वास्तविक दुनिया के सभी तरह के पात्र उपलब्ध हैं, जिनको लेकर आभासी जगत बना है।
इस अवसर पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सभी मित्रों का आभार प्रदर्शित करता हूँ, इस अवधि में मैने लगभग 1000 से अधिक पोस्ट तो अवश्य ही लिखीं होगीं, सभी ब्लॉगों और चर्चाओं को मिलाकर। ब्लॉग जगत में मुझे बहुत ही अच्छे मित्र भी मिलें हैं। सभी को साधुवाद देता हूँ। आप सभी के स्नेह से अभिभूत हूँ।
raam raam ji,
जवाब देंहटाएंbadhai or shubhkaamnaaye swikaar kare...
kunwar ji,
... chauthe shatak kaa intajaar hai, badhaai !!!
जवाब देंहटाएंबधाई हो भाई साहब, सिर्फ 356 दिन में तिहरा शतक और लगभग 1000 पोस्ट से ज्यादा अहम कोई बात आपमें दिखती है तो वह आपकी लगन ही है जिसे लोग कुछ भी नाम दे पर आप अपनी तरफ से पूरी निष्ठा से हिन्दी ब्लॉगिंग की सेवा में आप अनवरत लगे हैं।
जवाब देंहटाएंहिन्दी ब्लॉगों में आपकी टिप्पणियां देर रात से अल सुबह तक टिप टिप झरते नजर आती है (यानी आपके जी मेल की हरी बत्ती वाली जलती रहती है और चिट्ठाजगत की टिप्पणियों वाला साईडबार आपके 'दुकान' की उपस्थिति बतलाते रहता है:) ) जिस तरह से समीर लाल जी की टिप्पणियां संपूर्ण हिन्दी ब्लाग जगत में नजर आती है।
एक साल में चिट्ठाजगत के सक्रियता में ललित डाट काम का दसवें क्रम में आना, और आपके दूसरे ब्लॉगों का अंतर्राष्ट्रीय मानकों में समस्त हिन्दी ब्लॉगों से भी अत्यधिक उल्लेखनीय हिट प्राप्त करना आपकी असली ब्लॉग लगन व निष्ठा को दर्शाती है।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंब्लॉगिंग के वीरेंद्र सहवाग को बधाई...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
पोस्ट में, फटाफट क्रिकेट के शतकों के साथ, टेस्ट की शास्त्रीय कलात्मकता बनाए रखने के लिए बधाई. आपके प्रत्येक पोस्ट-रन पर टिप्पणियों के चौके-छकके की (अन-फिक्स्ड) बौछार हो.
जवाब देंहटाएंबधाई शर्माजी. आपकी मूंछों की कसम दिल से तीसरे शतक की शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई हो ...अच्छा कीर्तिमान है :)
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई .. यूं ही नए नए कीर्तिमान बनाते रहें .. हमारा मनोरंजन और ज्ञानवर्द्धन करते रहें!!
जवाब देंहटाएंबधाई हो भाई साहब,
जवाब देंहटाएंबधाई हो
मेरे ब्लॉग पर आकर आपका कुछ लिखना मुझमें नयी उर्जा भर देता है।
मैं सदैव आपकी आभारी रहूंगी ।
नई नई पोस्ट लगाते रहें ..शतक पे शतक बनाते रहें| बहुत बहुत बधाई|
जवाब देंहटाएंब्रह्माण्ड
ले लो बधाई पर खिलानी पड़ेगी मिठाई
जवाब देंहटाएंब्लॉग लेखन में आपके उत्साह और लगन ने आपको तीन सौ के मुकाम को पार कराया है .... तीन सौ पोस्ट सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर बधाई और शुभकामनाये... आप हजारों हजार पोस्टे लिखें .... बधाई बधाई बधाई.
जवाब देंहटाएंबधाई हो ...अच्छा कीर्तिमान है
जवाब देंहटाएंएक बार जरुर पढ़े :-
(आपके पापा इंतजार कर रहे होंगे ...)
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/blog-post_08.html
बहुत सुन्दर रिकोर्ड.
जवाब देंहटाएंजय हिन्द, जय बुन्देलखण्ड के साथ जय श्री राम
बधाई!
जवाब देंहटाएंJAI ho, Prabhu !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई !!
जवाब देंहटाएंवाह !!!
जवाब देंहटाएंजबरदस्त सफलता और कीर्तिमान के लिए बधाई .आज भी आप सक्रियता मे टाप-10 मे है . यह सफलता मेहनत ,लगन और ब्लॉगिंग के प्रति आपके समर्पण को दर्शाती है . इससे हमारा गौरव बढ़ा है . शुभकामनाएँ
बहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें ....
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंभाई ललित जी, मुल्तान के सुलतान कि तरह आपको भी तिहरे शतक कि शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंअरे वाह! बधाई स्वीकार करें भाई साहब.
जवाब देंहटाएंनिस्संदेह आप की लगन वाकई काबिलेतारीफ है. जैसा कि ऊपर संजीव तिवारी जी कह ही रहे हैं.
आप ऐसे ही कई शतक ठोंके और हजारों-हजार पोस्ट लिख कर सक्रियता की नई ऊँचाइयों को छूते रहें यही कामना है.
शुभकामनाएं
बहुत बहुत बधाई ..ये सफर यूँ ही चलता रहे ,नए नए कीर्तिमान बनते रहें.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें जी, लेकिन दुसरे भी बहुत से काम है जिन्हे हमीं ने करना है इस लिये ब्लांगिंग की सडक पर थोडी थोडी दुरी पर ब्रेकर भी लगा ले भाई, इस ब्लांगिंग के लोग बिमार भी बहुत हो गये है, मजाक नही कर रहा, भारत मै तो कोई आंकडे नही लेकिन विदेशो मै सब आकंडे मिल जाते है,
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंसफलता के इस कीर्तिमान हेतु आपको बहुत बहुत बधाई |
जवाब देंहटाएंआप ऐसे ही सफलता के झंडे गाडते रहें।
जवाब देंहटाएं………….
गणेशोत्सव: क्या आप तैयार हैं?
इस लम्बी और कठिन यात्रा ..
जवाब देंहटाएंके लिए बहुत बहुत बधाई ललित जी ...
मैंने भी महसूश किया है की ब्लोगिंग में लगातार बने रहना बहुत मुस्किल है ... ..
और टिप्पणियों का पोस्टों से बहुत ही गहरा सम्बन्ध है .....
एक दुसरे की पूरक हैं
हर बार गिर के संभला हूँ चल के तेरी राह में ........... ऐ ब्लोगिंग
कभी इसके तो कभी उसके सहारे की बदोलत आज भी हूँ
३०० पोष्ट और ४७१२ टिप्पणियां .. सुभान अल्लाह ...
कीर्तिमान के लिए बहुत-बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंबधाई, बधाई और बधाई!!!
जवाब देंहटाएंरामराम.
हमारी तरफ से भी बधाई क़ुबूल कीजिये, मेरी पहली अभी तक की एक ही पोस्ट पर आपके कमेन्ट को भूल नहीं पाता हूँ. बिजी रहता हूँ, इसलिए ब्लॉग पर कम ही आ पता हूँ. कभी कोई दोस्त ईमेल कर देता है, तो पहुँच जाता हूँ. लेकिन आपकी अक्सर पोस्ट पढ़ लेता हूँ. कमेन्ट कम करता हूँ, इसके लिए माफ़ी की इल्तजा है.
जवाब देंहटाएंसचमुच टिके रहना बड़ा मुश्किल काम है ।
जवाब देंहटाएंआपने कर दिखाया ।
बधाई के पात्र हैं ।
साथ ही विवादों से बचे रहना और भी बड़ी उपलब्धि है ।
भईया, ३५९ में ३००. जानदार स्ट्राइक रेट के साथ तिहरा शतक पूरा करने पर आपको बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंयह स्टेमिना कहां से पाया ...... कभी फ़ुरसत हो तो बताये अभी तो जश्न मनाईये . वीरेन्द्र सहवाग से डान ब्रेड्मैन बनने की अग्रिम शुभकामनाये .
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाइयाँ भाईसाहब,
जवाब देंहटाएंभविष्य में आपके निरंतर उन्नत लेखन के लिए ढेरों शुभकामनाए !
आपका जज़्बा लाज़वाब है...
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई स्वामी ललितानंद महाराज जी ,जय हो ब्लोगर बाबा की ,शानदार है आपका ब्लोगिंग का सफ़र ...
जवाब देंहटाएंशानदार तिहरे शतक पर भाई साहब आपको
जवाब देंहटाएंइन शतकों से भी तिगुनीज्यादा बधाई और
शुभकामनाएं .हिन्दी में ब्लॉग-लेखन वास्तव में
राष्ट्र-भाषा की सेवा का एक बेहतरीन माध्यम बन गया है.
इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है की
आपने इस पुनीत कार्य का शुभारम्भ
हिन्दी दिवस के दिन किया था. तीसरा शतक
आपकी लगन, मेहनत और
अध्ययनशीलता का ही सुखद परिणाम है.
एक बार फिर बहुत-बहुत बधाई.
बधाई !
जवाब देंहटाएंब्लागोमीनिया आपको नहीं था , मैं जानता हूँ !
आरंभिक दिनों से जिन ब्लागरों की नेकदिली खींचती रही , उनमें आप रहे हैं !
और यह बात भी सही है कि इस आभासी दुनिया के अनुभव हमें परिष्कृत करते हैं और वास्तविक दुनिया तक को समृद्ध करते हैं ! पुनः बधाई !
देर से आया.. लेकिन बधाई सबसे ज्यादा मेरी तरफ से.. नहीं मानते तो माप लीजिये..
जवाब देंहटाएंबस, इसी तरह बनाये रखिये सफर. धुंआधार आंकडए हैं भई...
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
जवाब देंहटाएंबेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
बहुत बहुत बधाई .
जवाब देंहटाएंरफ़्तार कम मत कीजियेगा, बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबधाई। बहुत जल्दी यह १,००,००० पहुंचे।
जवाब देंहटाएंwonderful article. It has very rich content. Thanks for sharing...
जवाब देंहटाएं