Menu
▼
रविवार, 24 अक्तूबर 2010
पर्यावरण पर आलेख प्रतियोगिता----------------ललित शर्मा
मित्रों, पर्यावरण प्रदूषण के कारण बहुत सारी समस्याएं हमें घेरती जा रही हैं, नित नए रोग जन्म लेते जा रहे जा रहे हैं। शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो निरोग हो। हमें पर्यावरण प्रदूषण के कारण हो रहे जलवायु परिवर्तन के प्रति सचेत होना पड़ेगा। पूरे विश्व में इस दिशा में बहुत कार्य हो रहे हैं। इससे बचने के लिए हमारा जागरुक होना अत्यावश्यक है। विगत कई दिनों मैं बच्चों के बीच पर्यावरण के प्रति जागरुक का संदेश देने वाले कार्यक्रमों में गया,तब मेरे मन में आया की ब्लॉग जगत में एक आलेख प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए क्योंकि हमारे ब्लॉग जगत में धुरंधर लिक्खाड़ों और विद्वानों की कमी नहीं है। इसलिए हम एक आलेख प्रतियोगिता आयोजन करने जा रहे हैं। जिसमें नगद पुरस्कार दिए जाएगें और उन्हे समारोह पूर्वक सम्मानित भी किया जाएगा। यह आयोजन यहाँ होगा। जहाँ नियमित स्वीकृत आलेखों का प्रकाशन होगा। संभव हुआ तो सार्थक टिप्प्णीकारों के लिए भी पुरस्कार की व्यवस्था की जाएगी। बाकी जानकारी अगली पोस्ट में दी जाएगी।
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ऐसा प्रयास सराहनीय है .. हमारे ब्लॉग जगत में धुरंधर लिक्खाड़ों और विद्वानों की कमी नहीं है .. आलेखों के माध्यम से पर्यावरण प्रदूषण के बारे में जानकारियों और विचारों का परस्पर आदान प्रदान हो पाएगा .. शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंप्रयास सराहनीय
जवाब देंहटाएंआपका प्रयास अनुकरणीय है।...बधाई।
जवाब देंहटाएंपर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज में जागरूकता लेने के लिए ऎसे प्रयासों की नितान्त आवश्यकता है.....शुभकामनाऎँ!!
जवाब देंहटाएंहमारे पास तो आलेख लिखा तैयार पडा है. बताईये कहाँ भेजा जाए :)
ये एक सराहनीय कार्य है | इस प्रकार के आयोजनों से जागरूकता बढ़ेगी |
जवाब देंहटाएंप्रणाम,
जवाब देंहटाएंआपका प्रयास सच में बेहद प्रसंसनीय है, मै आपको विश्वास दिलाता हूँ कि हम यथासंभव सहयोग करने हेतु तत्पर रहेंगे, सादर निवेदन है कि आप कृपया इस विषय में अधिक जानकारी शीघ्र ही प्रकाशित करें
गौरव ....
ये एक सराहनीय कार्य है |
जवाब देंहटाएंधन्यवाद|
सराहनीय प्रयास !
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंआपने एकदम सच कहा है, "हमें पर्यावरण प्रदूषण के कारण हो रहे जलवायु परिवर्तन के प्रति सचेत होना पड़ेगा। पूरे विश्व में इस दिशा में बहुत कार्य हो रहे हैं। इससे बचने के लिए हमारा जागरुक होना अत्यावश्यक है।"
इस सराहनीय प्रयास हम भी आपके साथ है
बहुत बढ़िया कार्य कर रहे हैं...
जवाब देंहटाएंवाह जी बहुत सुंदर कार्य कर रहे हे आप,
जवाब देंहटाएंधन्यवाद इस जागरुक कार्य के लिये
एक सार्थक पहल, पर्यावरण बचेगा तो कल होगा.. हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंमनोज खत्री
एक सार्थक पहल, शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंअनुकरणीय प्रयास के लिए आभार ! बढ़े चलो हम सब साथ है .
जवाब देंहटाएंजल है तो कल है !
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद इस जागरुक कार्य के लिये
जवाब देंहटाएंअच्छा प्रयास है..
जवाब देंहटाएंshubhkamnayein
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा प्रयास, साधुवाद के साथ शुभकामनाये..
जवाब देंहटाएं