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मंगलवार, 16 अगस्त 2016

हम हिन्दुस्तानी सम्मेलन एवं अलंकरण समारोह थिम्पू भूटान 2016

आरम्भ से पढ़ें  
थिम्पू भ्रमण करने के पश्चात हम वांगचुंग रिसोर्ट में लौट आए। भोजन के उपरांत यहां पर "हम हिन्दुस्तानी सम्मेलन" एवं अलंकरण समारोह के साथ परिचर्चा का आयोजन भी होना था। हमारे इस कार्यक्रम की चीफ़ गेस्ट भूटान ब्राडकास्टिंग सर्विस की शेराब जांगमो थी। भोजनोपरांत सभी कार्यक्रम स्थल पर चले आए। 
मुख्यातिथि शेराब जांगमों का स्वागत करते हुए द्वारिका प्रसाद अग्रवाल जी
पूर्व निर्धारित सदस्यों की संख्या कम हो गई थी, कुछ मुख्य लोग नहीं पहुंच पाए थे, जिन्हें चर्चा में विशेष रुप से भाग लेना था। शेराब जांगमों समय से कार्यक्रम में पहुंच गई। इसके बाद बिकाश शर्मा के संचालन में कार्यक्रम प्रारंभ हो गया।
हम हिन्दुस्तानी सम्मेलन प्रारंभ
निर्धारित विषयों पर चर्चा करने के क्रम में सबसे पहले पर्यटन  साहित्य और पत्रकारिता विषय पर चर्चा प्रारंभ हुई, जिसमें संतराम तारक एवं नवीन तिवारी ने भाग लिए। चर्चा के माडरेटर ललित शर्मा थे। दूसरे सत्र में राजेश अग्रवाल की अध्यक्षता में लोकल में ग्लोबल की अवधारणा एवं बदलता मीडिया पर हेमंत पाणिग्रही एवं नवीन तिवारी ने अपने विचार प्रगट किए। 
हम हिन्दुस्तानी सम्मेलन भूटान
तीसरे सत्र में बदलाव का सिनेमा एवं सिनेमा में बदलाव विषय पर संतराम तारक की अध्यक्षता में अंकित मिश्रा, बिकाश शर्मा एवं द्वारिका प्रसाद अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त किए। इसके साथ ही शेराब जांगमों ने भी भूटानी फ़िल्मों पर अपने विचार व्यक्त किए। भूटान में भारत के सभी चैनल देखे जाते हैं और धारावाहिक यहाँ बहुत लोकप्रिय हैं।
ह्म हिन्दुस्तानी सम्मेलन 
इसके बाद शेराब जांगमों के मुख्य आतिथ्य एवं ललित शर्मा की अध्यक्षता में अलंकरण समारोह प्रांरंभ हुआ। जिसमें  श्री राजेश अग्रवाल को पत्रकारिता भूषण सम्मान,   श्री नवीन तिवारी को छत्तीसगढ़ गौरव सम्मान, श्री द्र्वारिका प्रसाद अग्रवाल को हिन्दी गौरव सम्मान, श्री ललित कुमार वर्मा को जागरुक नागरिक सम्मान, श्री हेमंत पाणिग्रही को युवा निर्भीक पत्रकारिता सम्मान, 
फ़िल्मों पर बोलते हुए अंकित मिश्रा 
श्री संतरम तारक को साहित्य भूषण सम्मान, श्री टीका राम वर्मा को वरिष्ठ नागरिक सम्मान एवं श्री - राजेश सेहरावत को  समाज गौरव सम्मान दिया गया। इसके पश्चात उपस्थित अतिथियों को भी हिन्दुस्तानी सम्मेलन की तरफ़ से प्रतीक चिन्ह दिए गए।
हम हिन्दुस्तानी सम्मेलन के साथी
इसके बाद बिकाश शर्मा, हेमंत पाणिग्रही एवं मैं भूटान ब्राडकास्टिंग सर्विस देखने के लिए शेराब जांगमों के साथ उनके ऑफ़िस पहुंचे। यहां भूटान की नेशनल असेम्बली के सांसद नीमा से भेंट हुई, इनके जुड़वा भाई दावा भी भूटान ब्राडकास्टिंग सर्विस में कार्य करते हैं। इनके साथ भूटान की राजनैतिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक विषयों पर औपचारिक चर्चा हुई। 
बिकास शर्मा एवं राजेश अग्रवाल
ये बहुत अच्छी हिन्दी बोलते हैं। भारतीय टेलीविजन मीडिया पर पेनलिस्टों की जूतम पैजार के पर भी एक नजर डाली गई। नीमा दावा ने हमारे पहुंचने से पहले ही चाय का बनवा रखी थी। यहां से चाय पीकर हम थिम्पू के बाजार की तरफ़ पैदल-पैदल पहुंच गए। यहां हमारे साथी भी बस से पहुंच चुके थे। 
हेमंत पाणिग्रही
कल हमने भूटान के सिम लिए थे। जिससे आपस में चर्चा हो सके। नए शहर में कोई कहीं गुम न जाए, इस बात की चिंता अधिक रहती है। हमारे साथी टीका राम वर्मा जी मोबाईल की दुकान पर रिचार्ज कराने के बाद अपना पर्स भूल आए। जब हमसे मिले तो हड़बड़ाए हुए थे। हमने कहा कि आपका पर्स वहीं मिल जाएगा। जाकर देखिए, 
भूटान के सांसद नीमा एवं उनके भाई दावा
उनके दुकान में पहुंचने से पूर्व ही दुकानदार का फ़ोन आ गया कि आपका पर्स यहां छूट गया है। भूटान में इस बाद की ईमानदारी तो है कि आप बिंदास घूम सकते हैं, न कोई चोरी, न कोई जेबकतरी। नेपाल से लाख गुना बेहतर। बाजार की खरीददारी कर हम रिसोर्ट में लौट आए। सुबह हमको यहां से पुनाखा जोंग जाना था। जारी  है, आगे पढ़ें 

2 टिप्‍पणियां:

  1. हमे यह भाग सबसे ज्यादा रूचिकर लगा ।एक बात जानना चाहता हूं कि भूटान मे कोई भी भारतीय टेलेकाॅम कम्पनी का व्यवसाय है कि नही ?

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  2. भैय्या अद्भत लेखन। जय हो।

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