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रविवार, 16 मई 2010

संडे ब्लागिंग स्पेशल.....


संडे ब्लागिंग स्पेशल.....

बस यही कसर रह गयी है


(निर्मल हास्य)

32 टिप्‍पणियां:

  1. मिलेगी, गलती की सजा जरूर मिलेगी

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  2. अब तो वायरलैस कीबोर्ड और माउस उपयोग में लाना पड़ेगा या जब ब्‍लॉगिंग करेंगे तो पहनना पड़ेगा हेलमेट।

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  3. सहमत अविनाश जी
    मैं तो ऐसा ही करता हूँ

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  4. चौबीसों घंटों कंप्यूटर को उंगल करते रहेंगे तो चमाट तो पडेगी ही न .................हाय मैं भी हेलमेट पहन ही लूं.....खतरा मुझे भी है ......

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  5. थपरा खाये के सन्डे स्पेशल आय! अरे महू ला एखर ले पीछा छुड़ाना हे भाई। बइहा हो गे हँव ए बुलाग के चक्कर मा।

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  6. ललित जी,
    सुबह-सुबह थप्पड वाली चीज दिखा रहे हो।

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  7. ये थप्पड़ तो उंगली दिखने की वजह से पढ़ा है

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  8. ये सज्जन बार बार जो कर रहे हैं उस का परिणाम तो यही होगा।

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  9. सभी टिपियाने वालों को ऐसे चपाट से दो-चार होना ही पड़ता है।

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  10. आपके इस चित्र को भले ही लोग हंसी-मजाक में ले रहे हैं लेकिन मैं इसे गंभीर मानता हूं। मुझे मेरे एक ब्लागर मित्र ने बताया कि उसने किसी की पोस्ट पर जाकर आपत्ति जता दी थी। इस आपत्ति का खामियाजा उसे कई दिनों तक भुगतना पड़ा। सामने वाले ने कुछ खतरनाक किस्म के जासूस कम्पयूटर पर भेज दिए थे। जो शख्स थप्पड़ मार रहा है वह एरर नहीं वरन् आलोचना को सहन नहीं करने वाला है। यह कोई भी हो सकता है। शुक्ला भी हो सकता है। पांडे भी, सक्सेना भी.. मोहन भी और कोई छर्रा भी, कंचा भी और लटकने वाला गोला भी।

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  11. अच्छा थप्पड़ जमाये हो वाह वाह गोला लग रहा है ..
    भगवान परशुराम जयंती अवसर पर हार्दिक शुभकामनाये .

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  12. बस यही कसर रह गयी है

    आपका हर अंदाज़ निराला है ,मज़ा आ गया

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  13. इसे पाबला जी की भाषा में कहते हैं----पंगा लेना, खाली जगह पर क्या लिखा जाना है, सिर्फ पाबला जी को ही पता है...

    जय हिंद...

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  14. ललित जी आप तो ऎसे ना थे... अरे लगना ही है तो जोर से लगाओ दोवारा गलती ना करे

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  15. हा हा हा!
    अक्षय तृतीया की शुभकामनाएं!

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  16. बेहतरीन हास्य जो तंज़ में भी ग़ज़ब है।

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  17. मालको काहणूँ बेचारे गरीब बन्दे नूं कुट्टी जा रहे हों :-)

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  18. @ कुमार जलजला


    इस तरह सब कुछ जला देने की तमन्‍ना रखने वाले कुमार
    तुमने हिन्‍दी ब्‍लॉगरों को भी समझा है पैसे के लिए बीमार।

    एक जलजला तो आ चुका है दूसरा तुम लाओगे
    - कैसी तमन्‍ना रखते हो।

    इनाम में बांटने हैं जो नोट - छिपकर उन्‍हें छापने में व्‍यस्‍त लगते हो।

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