सोमवार, 12 अक्तूबर 2009

समलैंगिकों के सेना में भरती के खुले द्वार

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने चुनाव के समय एक वादा किया था कि वे राष्ट्रपति निर्वाचित होने पर समलैंगिकों को सेना में भरती की इजाजत दे देंगे. 

बराक ओबामा अपने इस वादे को पूरा करने को अब तत्पर हैं. 

उन्होंने शनिवार को समलैंगिकों के एक समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि १९९३ से सेना में समलैंगिकों की भरती पर लगी रोक को ख़त्म करूँगा. 

उन्होंने अपने २५ मिनट के भाषण में समलैंगिक अधिकारों पर जोर दिया. 

उन्होंने समलैंगिकों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि आप किसी तरह का संदेह मत करें हम जिस दिशा में बढे हैं, उसके जरिये अपनी मंजिल तक अवश्य पहुचेंगे. 

ये पुरस्कार अब वे समलैंगिकों को देने जा रहे हैं. 

अब अमेरिकी सेना की इस विषय पर क्या प्रतिक्रिया होगी ये तो आने वाला समय ही बताएगा? 

हाँ लेकिन एक बात है "नोबेल पुरस्कार" की घोषणा होने के बाद ये घोषणा क्यों? 

कहीं इसी बाबत तो इन्हें इस पुरस्कार से नवाजा तो नहीं गया है? 

अब अमेरिकन सेना का भगवान ही मालिक। 

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