वेलेन्टाईन पखवाड़ा मनाया जा रहा है, प्रेम के व्यावसायिकरण के नाम पर यह एक नई बिमारी हमारे देश में प्रकट हुई है। इसी बिमारी पर हमने कुछ चटखारे लिए हैं……… प्रस्तुत हैं वेलेन्टाईन के लटके झटके
हैप्पी रोज डे………
आओ रोज डे मनाएं, फ़ूलम फ़ूल मचाएँ
मुंह पर बाँध दुपट्टा गोरी फ़ूल मेघ रचाएँ
फ़ूल मेघ रचाएँ उड़ेगें काले घोड़े पे सवार
लाँग ड्राईव पर होगें खूब मजे करेगें यार
कैम्प फ़ायर कर नदी किनारे टैंट लगाएँ
रम की बोतल खोल आओ रोज डे मनाएँ
लव यू………………… प्रपोज डे
रोज डे निकल गया हम बता रहे हैं सोज
लव यू बोल तुझे डोकरी कर रहे परपोज
कर रहे परपोज जवानी में जे कह न पाए
चला चली की बेला में तोहरा रुप सुहाए
करते रहे प्रिय इंतजार समय बदल गया
बीपी चीनी चेक होते रोज डे निकल गया
चाकलेट डे………
नदिया किनारे गोरी तू तो कर ले आकर भेंट
आया लेकर गर्म गर्म डेयरी मिल्क चाकलेट
डेयरी मिल्क चाकलेट मैने ब्लेक में खरीदा
दू घंटा लाईन में लगा तब हुआ बहुत फ़जीता
प्रेम हाट न बिकाय सुन लेय तू अल्हड़ छोरी
सोन मछरिया पकड़ेगें नदिया किनारे गोरी…।
टेडी डे……
सीधी साधी चाल तेरी कैसे बलखावै टेढी रे
लिया गिफ़्ट तेरे लिए आज कहलावै टेडी डे
आज कहलावै टेडी डे लभ यू लभ यू डियर
रख सिरहाने सोएगी तू झबरीला टेडी बियर
कर प्रणय निवेदन स्वीकार बात मान मेरी
इठलाना इतराना छोड़ सीधी साधी चाल तेरी
प्रामिस डे………
मैं वादा करता हूँ तुम्हारे सारे वचन निभाऊंगा
कपड़े लत्ते लाँग ड्राईव फ़िल्में रोज दिखाऊंगा
फ़िल्में रोज दिखाऊंगा संग ले जाऊंगा दिल्ली
चल चल मेरी रुप कुंवर काहे होती तू चिल्ली
अपने दिल से पूछो प्यार तुमसे ज्यादा करता
प्रामिस डे पर प्यार भरा तुमसे मै वादा भरता
हग डे
हग का जीव जंतु मनुष्य से, जन्म का है नाता
बिहनिया संझनिया हगता, जो कुछ वो है खाता
जो कुछ वो है खाता ,हग नित्य क्रिया में शामिल
लोटावन साव दांत निपोरे, हो जावे जब गाफ़िल
अंग्रेजी में अर्थ बदल कर, खो गया प्रेमालिंगन
हग डे हग डे हो गया, प्रेम परिणीति का सिंचन
किस डे
लाईन लगी है भोरे से किस किस को किस दे
किलो लिपिस्टिक खत्म जब मनाया किस डे
जब मनाया किस डे बूढे बुढिया लगे लाईन में
आया सोडा सा उछाल जो मिला दिया वाईन में
मौसम बसंताया जब नयन मिले बांके छोरे से
दीवाली सा प्रसाद बंट रहा लाईन लगी भोरे से
वेलेन्टाईन डे
बड़े बिहिनिया उठकर बीबी ने बेलन ट्राई किया
दू-तीन बेलन जमा के तोहफ़ा बेलनेटाईन दिया
तोहफ़ा बेलनेटाईन दिया भागे प्रेमाधिकारी संत
दू पाटन के बीच में फ़ँसे वेलेन्टाईन पियारे कंत
हुआ पिछवाड़ा लालम दिन कटा भूंक भूंक कर
अइसन बेलनेटाईन मना बड़े बिहिनिया उठकर
तकरार डे
कल ही बेलेनटाईन मना बिखरा प्यार ही प्यार
टेडी बियर के कलर पर जमके हुई जूतम पैजार
जमके हुई जूतम पैजार टेडी बिखरा हो तार तार
चिथड़े उड़ते इधर उधर हमरी जान बचाओ यार
जब आई असलियत सामने मुहब्बत हो गई फ़ना
दिल हो गया पुर्जा पुर्जा कल ही बेलेनटाईन मना
किक डे
बढते-बढते बात-बात इतनी जियादा बढ गई
बिहनिया बिहिनिया कबूतरी अटारी पे चढ गई
अटारी पे चढ गई मोहल्ले में मच गया हल्ला
कल थी जो गुटर गुं आज हुई हल्लम गुल्ला
रार तकरार खत्म न हुई सिर पे चढ आई रात
लात घूंसे किक तक पहुंची बढते बढते बात॥
ब्रेक अप डे
इसकी उसकी नहीं पटी इससे उससे पट जाय
तू नहीं तो और सही इसमें ही राजा राम सहाय
राजा राम सहाय कर लेव अलग अगल चूल्हा
दू दिन की दुल्हन बनी और दू दिन के दुल्हा
कीटाणु पड़ गए प्यार में रात कयामत सी कटी
होय गई ब्रेक अप पार्टी इसकी उसकी नहीं पटी
उपसंहार डे
अब के फ़टफ़टिया त्यौहार में मिली जो हमको सीख
फ़ास्ट फ़ास्ट में ट्रबल खूब दिन में सितारे रहे दिख
दिन में सितारे रहे दिख कहा पप्पा मम्मा का मानो
डूब जाए बीच भंवर में नैया फ़िर तुम अपनी ही जानो
खूब मजा लो आपस में मिल जुल करके ब्यौहार में
नहीं टिकाऊ प्यार व्यार अंग्रेजी फ़टफ़टिया त्यौहार में
© तोप रायपुरी
जय हो, सारा वर्णन दिनों में ही व्यक्त कर दिया।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लगे रहिये :)
जवाब देंहटाएंनहीं टिकाऊ प्यार व्यार अंग्रेजी फ़टफ़टिया त्यौहार में...
जवाब देंहटाएंअच्छी सीख !!
लाजबाब,रचना साझा करने के लिए शुक्रिया ...!
जवाब देंहटाएंRECENT POST -: पिता
bahut khoob ji ....
जवाब देंहटाएंरोचक ...सब समेट लिया आपके शब्दों ने तो
जवाब देंहटाएंlazbab rachna ...
जवाब देंहटाएंबहुत स्वादिष्ट हैं चटखारे। सभी मसाले बिलकुल सही अनुपात में डाले गए हैं, वह भी सही सीख के साथ.... वाह-वाह क्या बात है …
जवाब देंहटाएंहा हाहा हा हा हा हा --एइसे प्रेम दिवसिया से तो हम ऐसे ही भले बबुआ ---
जवाब देंहटाएंबढ़िया तरीके से बघिया उधेड़ दी आपने ...
जवाब देंहटाएंसही हाल सुनाया है आपने आज का ..
हैप्पी लटके झटके डे……
bhai wah tareef ke liye shabd km pd rahe hain .......sundar vyang ...aabhar
जवाब देंहटाएंवाह.....मनोरंजक ......एक एक सीढ़ी चढ़ते २ बुखार को वैसे ही एक एक दिन कर उतार
जवाब देंहटाएंभी दिया ....जैसे किसी यग्य की पूर्णाहुति के बाद सभी आमंत्रित देव अपने २ लोक को वापस चले जाते हैं वैसे ही आपका यह वैलेंटाइन यग्य ......बधाई