छत्तीसगढ प्रदेश रायफ़ल एसोसिएशन के तत्वाधान में वार्षिक शुटिंग प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है। प्रतियोगिता के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर एडीजी रामनिवास जी एवं छत्तीसगढ और उड़ीसा ब्रिगेड के ब्रिगेडियर ए कृष्णन उपस्थित थे। आज एक अर्से के बाद एडीजी रामनिवास जी से मुलाकात हुई।
बांए से दांए-- कर्नल जेम्स, ब्रिगेडियर कृष्णन, एडीजी रामनिवास,वाईस प्रेसिडेंट जिंदल ग्रुप, कमांडेंट पालउदय महाराज भी आ गए हैं मैदान में-इनका पहला शॉट
देखो बेटा, ऐसे लगाते हैं निशाना
श्रुति प्रिया रेंज पे
श्रुति का टारगेट
श्रेयांशि मैच खेलते हुए
जी न्युज पर श्रेयांशि
पुलिस के दो शुटर-- के.पद्मा और अभय
अरे ये रायफ़ल जाम हो गयी--सुनील कौशल
अमितेष देशपांडे -- नया शुटर
मम्मी! ये रायफ़ल बहुत भारी है--अदिति
एक किश्त और बाकी है शुटिंग रेंज से................
निशाना चूके न ..
जवाब देंहटाएंवाह ! बढ़िया रिपोर्टिंग !!
जवाब देंहटाएंएनसीसी केम्प की याद दिला दी आपने !!
मत चूको चौहान.
जवाब देंहटाएंआप भी क्या खूब निशाना लगाते हैं..
जवाब देंहटाएंकलम की जगह बन्दूक ,क्या बात है |
जवाब देंहटाएंवाह आप तो वैसे कलम भी बन्दूक की तरह ही चलाते हैं :).
जवाब देंहटाएंबढ़िया तस्वीरें और पोस्ट.
बहुत खुब जी,
जवाब देंहटाएंनजर निशाने पे रहे, तभी मेहनत सार्थक होगी।
जवाब देंहटाएंआज तो भैया कार्टून और असल में कोई फर्क ही नज़र नहीं आ रहा ।
जवाब देंहटाएंबढ़िया रहा यह प्रसंग ।
चित्र बड़े ही मनभावन हैं, अच्छी प्रस्तुति...बधाई।
जवाब देंहटाएंsarthak prastuti.aisi hi taiyari rahi to olempic me shooting ke sabhi gold medal bhavishye me bharat ko hi milenge.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चित्र सहित जान्कारी मिली.
जवाब देंहटाएंरामराम
बनिये अचूक निशाने बाज
जवाब देंहटाएंऐसा लगे निशाना कि
देश के कलंक आ जायें बाज
कोई न रहे दो जून की रोटी के मोहताज
बहुत बहुत गाड़ा गाड़ा बधाई
बने धूम धड़ाका के संग देवारी मनाओ ललित भाई
जय जोहार………
Wonderful...nishaana chooke Na
जवाब देंहटाएंबढ़िया रिपोर्ट ...खूब लगाया निशाना
जवाब देंहटाएंभईया जीवंत रिपोर्ट के लिए आभार. उदय को शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंधनतेरस की हार्दिक बधाई.
जब मै १० साल का था तब रायफ़ल क्लब जाता था निशाना सीखने . .२२ बोर की रायफ़ल होती थी उस समय . मै टारगेट पर नही फ़िल्मी स्टाइल मे रायफ़ल चलाता था . एक बार दीवार से टकरा कर बुलेट वापिस हमारे पास आ कर धस गया .हमारे इन्स्टक्टर ने मुझे सिखाने से मना कर दिया और भारत एक स्वर्ण पदक से वन्चित रह गया
जवाब देंहटाएंWonderful Article..It has very rich content. Thanks for sharing..
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