तीरथ घूमत हस, मुड़वा डरे हस मूड़। बर-पीपर हम पूछन नही हवे हमर मति मूढ़॥ हवे हमर मति मूढ़, होवथे दिमाग म कसमकस। का होगे कैसे होगे, मुड़वा के तीरथ घूमत हस॥ बस धरे के जरूरत हे रे भाई तोला एक 'निसान'। 'स्वामी ललितानंद' के नाव ले वैसे त कुछ ला मालूम हे, तभो ले अब जम्मो झन लिही जान……आखिरी म पाय लागी। कब लहुटत हस के लहुट गे गोठियाबे।
स्वागत है इस नए रूप में .
जवाब देंहटाएंआदमी भी क्या है ? स्टायल बदलता है तो रूप भी बदल जाता है ....!
जवाब देंहटाएंस्वामी ललितानंद जी... नमस्कार :)
जवाब देंहटाएंजय बजरंग बली। भयंकर अवतार में काहे अवतरित भये ?
जवाब देंहटाएंस्वामी ललितानंद जी महाराज की...........जय हो............!!
जवाब देंहटाएंये क्या हुआ ? कैसे हुआ ? कब हुआ ?
जवाब देंहटाएंक्यों ना सोचें :)
जो हुआ ? जब हुआ ? जैसे हुआ ?
आनन्द भयो अवध रे।
जवाब देंहटाएंइतनी सुंदर जुल्फे कहाँ गई ललितजी ....ये रेशमी जुल्फे ..हाय !!!
जवाब देंहटाएंजय हो ---बहुत अच्छे --जम रहे हो ...?
बन्दुक और कलम छोड़कर ये उस्तरा ......?
जवाब देंहटाएंकहीं वैराग्य धारण करने का तो मन नहीं हैं गुरूजी ....जय हो !!!
किसी फिल्म में रोल तो नहीं मिल गया भाई .
जवाब देंहटाएंवैसे टनाटन लग रहे हो .
ललितम - अयोद्धा से 36गढ़ तक
जवाब देंहटाएंइसकी कोई खास वजह?
जवाब देंहटाएं@ ajit gupta ji-- कोई खास वजह नहीं, बस यूँ ही मौज आ गई थी.
जवाब देंहटाएंऐसे भी काफी अच्छे लगते हैं आप........
जवाब देंहटाएंसाधू रमता अकेला अवध में.................................
जवाब देंहटाएं"ये क्या हुआ कैसे हुआ कब हुआ " .... वाह महाराज गजब के रंग में ... नारायण नारायण हरे राम हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे .
जवाब देंहटाएंoh god...aap or ye roop...????
जवाब देंहटाएंजय राम श्री राम जय जय राम....
जवाब देंहटाएंयोगेश्वर भगवान कृष्ण की तरह ब्लॉगेश्वर महाराज के भी नाना रूपों के दर्शन होते रहें ,यही कामना है. इधर कब दर्शन दे रहे हैं महाराज ?
जवाब देंहटाएंइंतजार रहेगा अयोध्या यात्रा के रोचक वर्णन का।
जवाब देंहटाएंतीरथ घूमत हस, मुड़वा डरे हस मूड़। बर-पीपर हम पूछन नही हवे हमर मति मूढ़॥ हवे हमर मति मूढ़, होवथे दिमाग म कसमकस। का होगे कैसे होगे, मुड़वा के तीरथ घूमत हस॥ बस धरे के जरूरत हे रे भाई तोला एक 'निसान'। 'स्वामी ललितानंद' के नाव ले वैसे त कुछ ला मालूम हे, तभो ले अब जम्मो झन लिही जान……आखिरी म पाय लागी। कब लहुटत हस के लहुट गे गोठियाबे।
जवाब देंहटाएंहा हा हा .. खैर मूंछें बचा ली न ...
जवाब देंहटाएंमुझे तो पहले ही शक था, कुछ गडबड हे.....
जवाब देंहटाएंबिहार और दक्षिण में बिना कारण सिर मुंडवाना आम है!
जवाब देंहटाएंआपको क्या हुआ ?
हे राम .....कहीं कोई मोगेम्बो टाइप रोल तो नहीं कर रहे किसी फिल्म में?
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