इस प्रहसन में नारी को संपत्ति समझा गया है।
शीर्षक कल से ही दिखाई पड़ रहा था, प्रकट आज हुआ. लोड होने में लग रहे वक्त के कारण शुरू कर टिप्पणी पर आ गया.
एकदम सरकारी हे जी!बने चुन के आज अईतवारी आईटम रखे हस। हा हा हा हा हा हा ………।
सरकारी तो पता कोनी, असरकारी जरूर है..
सरकारी सम्पति !!
हे भगवन.....हा हाहाहा.
अ हा!!!मजेदार
ललित भाई आप ने चोकन्ना कर दिया!!!
हा-हा-हा
इस प्रहसन में नारी को संपत्ति समझा गया है।
जवाब देंहटाएंशीर्षक कल से ही दिखाई पड़ रहा था, प्रकट आज हुआ. लोड होने में लग रहे वक्त के कारण शुरू कर टिप्पणी पर आ गया.
जवाब देंहटाएंएकदम सरकारी हे जी!बने चुन के आज अईतवारी आईटम रखे हस। हा हा हा हा हा हा ………।
जवाब देंहटाएंसरकारी तो पता कोनी, असरकारी जरूर है..
जवाब देंहटाएंसरकारी सम्पति !!
जवाब देंहटाएंहे भगवन.....हा हाहाहा.
जवाब देंहटाएंअ हा!!!
जवाब देंहटाएंमजेदार
ललित भाई आप ने चोकन्ना कर दिया!!!
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा
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