राजिम कुंभ के उद्घाटन समारोह में पहुंचते ही रात घिर आई, लेकिन पुनम का चाँद अपने पूरे शवाब पर था। हमने कोशिश की इस समारोह को अपने मोबाईल कैमरे में कैद करने की। पिक्चर क्वालिटी रात के हिसाब से संतोषजनक ही है। कभी दिन में जाना होगा तो और भी चित्र उपलब्ध कराएगें सैर कीजिए कुंभ मेले की।
राजीव लोचन मंदिर का प्रकाशित प्रवेश द्वार |
साडा पुराणा मित्तर-- बलदेव सिंग हुंदर, मुछों को बल देते हुए |
भगवान राजीव लोचन |
गंगा आरती--महानदी तट पर |
कुंभ मेले का विहंगम दृश्य |
सजी हुई दुकान--ग्राहक के इंतजार में |
राजिम की बेटी ने रेत पर फ़ूल बनाकर कुंभ का स्वागत किया |
राजीव लोचन मंदिर के शिखर पर पुनम का चाँद |
सजा धजा मंच |
दो दीवाने --- ललित शर्मा-- संतोष शुक्ला |
राहुल भैया द्वारा खाई-खजानी का सिंहावलोकन |
कांची काम कोटि पीठाधीश्वर शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती |
संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक,
कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहु, राज्य भंडार गृह निगम अध्यक्ष अशोक बजाज
एवं समस्त साधु संत समाज
गम्मतिहा द्वारपाल -- पारम्परिक वेशभूषा में |
एकदम जिन्दा तस्वीरें और उतने ही सटीक कैप्शन.
जवाब देंहटाएंबढ़िया तस्वीरें..आभार.
जवाब देंहटाएंसुन्दर तसवीरें !
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर फोटोग्राफी! वीडियो भी लिये होंगे। वह भी देखेंगे।
जवाब देंहटाएंहम भी कर लिए सैर मेले की
जवाब देंहटाएंकल सुबह 4 बजे नदी में था नहाने की हिम्मत नहीं हुई सिर में पानी छिडक के आ गए्.........;;
jivnt chitrn shukriya jnaab . akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंदो दीवाने --- ललित शर्मा-- संतोष शुक्ला
जवाब देंहटाएंबाकि आपकी दीवानगी को देख रहे हैं ...अच्छा है भाई
मुझे गीत याद आ रहा है ..
दिल तेरी दीवानगी में खो गया है ...
हम तेरे शहर में आये हैं मुसाफिर की तरह, बस इक बार मुलाकात का मौका दे दे .....
आभार, इस विलक्षण दर्शन कराने हेतु !
जवाब देंहटाएंरात में भी बढिया फोटुएं आई हैं, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंराजिम की बेटी, बलदेव सिंह और संतोष शुक्ला जी के बारे में और लिखें।
प्रणाम स्वीकार करें
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ..मेले का आनंद आ गया
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चित्र .. राजिम कुंभ के दर्शन करवाने का आभार !!
जवाब देंहटाएंमन बाग-बाग हो गया। दिल्ली में तो ऐसी रौनक रोज़ होती है लेकिन राजिम की उस रौनक के पीछे छिपी बातों को दिल से ही महसूस किया जा सकता है, जो हमने किया। काश हम भी वहां होते।
जवाब देंहटाएंराजिम के कुंभ मेले के जीवंत फोटो के जरिये सैर कराने के लिये आभार ।
जवाब देंहटाएंसुना है तीर्थ कर के आने वाले की फोटो भी देख लो तो कुछ ना कुछ पुण्य मिल जाता है.........तो
जवाब देंहटाएंअब तो कहना पड़ेगा कि मूंछे हों तो शर्मा जी जैसी... सुन्दर चित्र..
जवाब देंहटाएंसारे चित्र बहुत ही ख़ूबसूरत हैं...वह शिखर के ऊपर चाँद वाला चित्र तो अनुपम है...
जवाब देंहटाएंसारे चित्र बहुत ही ख़ूबसूरत हैं
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चित्र जी, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंएक से बढ़िया एक चित्र ..पर सबसे बढ़िया ..भेलपूरी वाला :( ,
जवाब देंहटाएंसुन्दर रेत पर बने फूल और दो दीवाने रहे.
एक दम झक्कास
जवाब देंहटाएंख़ूबसूरत तस्वीरें हैं ,धन्यवाद !!
जवाब देंहटाएंचित्रपूर्ण तीर्थ यात्रा।
जवाब देंहटाएंचित्रों में जान डालने के लिए क्या इससे भी ज्यादा कुछ होता होगा
जवाब देंहटाएंअद्भुत फोटोग्राफी मन हर्षित हो गया