मुझे तो पहले बाला सबसे अच्छा लगा, चौथे बाले ने क्या किया है समझ में नहीं आया,और पांचवा अभी नया है, कभी पत्थर सर पे पड़ा नहीं है इसलिए पत्थर से बचने के लिए पत्त्थर ही सर पर बाँध लिया है|:) :D
बढ़िया !
हा हा हा हा हा हा ललित सर, कहाँ से खोज लाये इतने सारे हेमलेट. इनकी तो अच्छी प्रदर्शनी लगाई आपने.
vaah lalit bhai helmet ki kai qismen dikhaa kr aapne to mn men laalch khdaa kr diya he hmare kota men in dinon helmet ke naam pr lut mchi he ab hm dekhte hen shayd aapke in triqon se km ho jaaye bhtrin jankari . akhtar khan akela kota rajsthan
हम तो सोचे थे जुगाड़ सिर्फ भारतीय ही करते हैं !
सचमुच या फोटो खिंचाने के लिए पोज ...
@Rahul Singloktantra ke ladake
भारत की जुगाड़ प्रणाली हाइजैक हो गई !
हा-हा-हासर के लिये व्हाट एन आईडिया सर जी
इससे जाहिर हुआ जिन्दगी को बचाने के लिए हेलमेट जरुरी है ....
हा हा हा ..आखिरी वाला बेस्ट लगा :)
बहुत खूब ... लगे रहिये महाराज ... मज़ा आ गया ... जय हो !
हा हा... पहले वाला ज्यादा सही है.. दो काम हो सकते है उससे... एक तो हेलमेट दूसरा पानी भी भर लो बोतल में.... प्यास लगी तो.....
मस्त जी... वेसे बीबी के बेलन से बचने के लिये हम सब भी इसे इस्तेमाल कर सकते हे ना :)
@योगेन्द्र पालचौथे वाले ने सामने ब्रेड और कान पर लौकी जैसी कुछ बांध रखी है.
अरे वाह .... जुगाड़ टेक्नालाजी वहाँ भी कारगर है...
मस्त जी...Read More: http://lalitdotcom.blogspot.com/2011/02/blog-post_05.html
aawishkar ki maa ka naam aawashyakata hai :-)
आवश्यकता आविष्कार की जननी है।
सब बढ़िया है........... आवश्यकता इस अविष्कार की जननी बन गयी हो शायद.......
आवश्यकता आविष्कार की जननी है...
कमाल के हेलमेट हैं ...सब के सब ..बहुत ही बढिया हैं
आवश्यकता इस अविष्कार की जननी बन गयी है
कुछ दिनों से बाहर होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सकामाफ़ी चाहता हूँ
मुझे तो पहले बाला सबसे अच्छा लगा,
जवाब देंहटाएंचौथे बाले ने क्या किया है समझ में नहीं आया,
और पांचवा अभी नया है, कभी पत्थर सर पे पड़ा नहीं है इसलिए पत्थर से बचने के लिए पत्त्थर ही सर पर बाँध लिया है|
:) :D
बढ़िया !
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा हा ललित सर, कहाँ से खोज लाये इतने सारे हेमलेट. इनकी तो अच्छी प्रदर्शनी लगाई आपने.
जवाब देंहटाएंvaah lalit bhai helmet ki kai qismen dikhaa kr aapne to mn men laalch khdaa kr diya he hmare kota men in dinon helmet ke naam pr lut mchi he ab hm dekhte hen shayd aapke in triqon se km ho jaaye bhtrin jankari . akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंहम तो सोचे थे जुगाड़ सिर्फ भारतीय ही करते हैं !
जवाब देंहटाएंसचमुच या फोटो खिंचाने के लिए पोज ...
जवाब देंहटाएं@Rahul Sing
जवाब देंहटाएंloktantra ke ladake
भारत की जुगाड़ प्रणाली हाइजैक हो गई !
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा
जवाब देंहटाएंसर के लिये व्हाट एन आईडिया सर जी
इससे जाहिर हुआ जिन्दगी को बचाने के लिए हेलमेट जरुरी है ....
जवाब देंहटाएंहा हा हा ..आखिरी वाला बेस्ट लगा :)
जवाब देंहटाएंबहुत खूब ... लगे रहिये महाराज ... मज़ा आ गया ... जय हो !
जवाब देंहटाएंहा हा... पहले वाला ज्यादा सही है.. दो काम हो सकते है उससे... एक तो हेलमेट दूसरा पानी भी भर लो बोतल में.... प्यास लगी तो.....
जवाब देंहटाएंमस्त जी... वेसे बीबी के बेलन से बचने के लिये हम सब भी इसे इस्तेमाल कर सकते हे ना :)
जवाब देंहटाएं@योगेन्द्र पाल
जवाब देंहटाएंचौथे वाले ने सामने ब्रेड और कान पर लौकी जैसी कुछ बांध रखी है.
अरे वाह .... जुगाड़ टेक्नालाजी वहाँ भी कारगर है...
जवाब देंहटाएंमस्त जी...
जवाब देंहटाएंRead More: http://lalitdotcom.blogspot.com/2011/02/blog-post_05.html
aawishkar ki maa ka naam aawashyakata hai :-)
जवाब देंहटाएंआवश्यकता आविष्कार की जननी है।
जवाब देंहटाएंसब बढ़िया है........... आवश्यकता इस अविष्कार की जननी बन गयी हो शायद.......
जवाब देंहटाएंआवश्यकता आविष्कार की जननी है...
जवाब देंहटाएंकमाल के हेलमेट हैं ...सब के सब ..बहुत ही बढिया हैं
जवाब देंहटाएंआवश्यकता इस अविष्कार की जननी बन गयी है
जवाब देंहटाएंकुछ दिनों से बाहर होने के कारण ब्लॉग पर नहीं आ सका
जवाब देंहटाएंमाफ़ी चाहता हूँ