कल रायपुर में कवि सम्मेलन था जिसमें भारत के नामी गिरामी कविता पढने आए थे, मुझे पता चला की राजस्थान के माननीय कवि ताउ शेखावाटी भी रायपुर पधार रहे हैं।
उनसे मुलाकात हुए 12 वर्ष हो चुके थे। उनका मोबाईल नम्बर भी मुझसे गुम गया था।
इसलिए मैने सुबह सुबह हनुमानग़ढ के टाबर टोळी वाले कवि श्री दीनदयाल जी से ताऊ शेखावाटी जी का नम्बर लिया और फ़िर ताऊजी से शाम का 6 बजे का मिलना तय हुआ।
जब मैं घर से निकला तो बहुत ही लू चल रही थी। लेकिन उनसे मिलने की इच्छा भी थी।
मुलाकात हुई इसकी चर्चा अगली पोस्ट में करुंगा। लेकिन कल कई घटनाएं हुई और एक दुर्घटना भी हुई बस बाल बाल बचे। नही तो आज किसी अस्पताल का बेड तोड़ रहे होते।
उनसे मुलाकात हुए 12 वर्ष हो चुके थे। उनका मोबाईल नम्बर भी मुझसे गुम गया था।
इसलिए मैने सुबह सुबह हनुमानग़ढ के टाबर टोळी वाले कवि श्री दीनदयाल जी से ताऊ शेखावाटी जी का नम्बर लिया और फ़िर ताऊजी से शाम का 6 बजे का मिलना तय हुआ।
जब मैं घर से निकला तो बहुत ही लू चल रही थी। लेकिन उनसे मिलने की इच्छा भी थी।
मुलाकात हुई इसकी चर्चा अगली पोस्ट में करुंगा। लेकिन कल कई घटनाएं हुई और एक दुर्घटना भी हुई बस बाल बाल बचे। नही तो आज किसी अस्पताल का बेड तोड़ रहे होते।
रात आठ बजे अवधिया जी का फ़ोन आया कि शहर में हो यार कुछ पार्टी सार्टी जमाते हैं मैने कहा ठीक है, आता हूँ, तभी राजकुमार सोनी जी का भी फ़ोन आ गया कि आज आप दोनो हमारे साथ चलिए मै एक मित्र से मिलवाता हूँ।
तो हम सब वहां चले गए। मिले जयमल सिंग जी होरा (कालू भाई)से और महफ़िल जम गयी। एक जिंदादिल शख्शियत से मिलकर अद्भुत आनंद आया। गाना भी हुआ, उन्होने अपनी बैठक में कराके सांउड की व्यवस्था भी कर रखी है।
बस गाते बजाते, सुनते स्कॉच के साथ आनंद आ गया। सूरों की महफ़िल को मैने अपने मोबाईल फ़ोन पर रिकार्ड किया। आप भी सुनिए। जारी है..............
तो हम सब वहां चले गए। मिले जयमल सिंग जी होरा (कालू भाई)से और महफ़िल जम गयी। एक जिंदादिल शख्शियत से मिलकर अद्भुत आनंद आया। गाना भी हुआ, उन्होने अपनी बैठक में कराके सांउड की व्यवस्था भी कर रखी है।
बस गाते बजाते, सुनते स्कॉच के साथ आनंद आ गया। सूरों की महफ़िल को मैने अपने मोबाईल फ़ोन पर रिकार्ड किया। आप भी सुनिए। जारी है..............
कहना है आज तुमसे पहली बार..(कालु भाई)
हम तुमसे जुदा होके....(कालु भाई)
संगीत के प्रति कालू भाई का शौक बहुत शानदार है। वे उतने ही उम्दा इंसान भी है। सबसे बड़ी बात मेरे बड़े प्रिय है। उनमें सबसे अच्छी बात यह है कि वे कभी किसी से ऐसी बात नहीं करते जिससे लोगों का दिल दुखे। आपने पोस्ट लगाकर अच्छा काम किया।
जवाब देंहटाएंवादा करके मिलने नहीं आएं....
जवाब देंहटाएं@ राजकुमार ग्वालानी (माय डियर प्रिंस)
जवाब देंहटाएंमाफ़ करना मित्र,वादे नाकामयाब और कोशिशे कामयाब हो जाती हैं।
आपसे वादा किया था लेकिन मैं घर पहुंचने की जल्दी में था।
अवधिया जी के साथ राजकुमार सोनी जी का समवेत स्वर मिलने से
आग्रह टाला नहीं जा सका।
दिल पे मत ले यार-मिलते हैं ब्रेक के बाद
दोनों रिकार्डिंग एक ही लग गई...
जवाब देंहटाएंकवि सम्मेलन की रिकार्डिंग कहां है शेर!! वो तो सुनाओ!!
recording sun kar kafi acchaa lagaa.our bhi jaanakari dene ke liye dhanyavaad.aage yedi kavi sammellan ki jaanakaari hogi to shrota ki haisiyat se main bhi aanaa chahunga.
जवाब देंहटाएंयही तो आपकी विशेषता है ललित जी कि जो कुछ भी होता है उसे यादगार बना देते हो।
जवाब देंहटाएं...बस गाते बजाते, सुनते स्कॉच के साथ आनंद आ गया।
जवाब देंहटाएंएकाध पैग ब्लाग में लगा देते तो पढ़ने वाले भी टुन्न हो जाते।
ललित जी, बोलो तो मैं भी आ जाऊं किसी दिन छत्तीसगढ।
जवाब देंहटाएंगाना-बजाना और स्काच
जवाब देंहटाएंआनन्द कहां छिप सकता था जी उसे तो आना ही पडेगा
जहां मिल जायें चार यार वहीं….।॥…।॥….।॥….…॥
प्रणाम
@नीरज जाट जी
जवाब देंहटाएंमेरे साथ ही आ जाइए,
फ़ेर घुम लिए छत्तीसगढ
कम ते कम एक गढ का एक दिन लिकाड़ेगा
36दिन तो लाग ज्यांगे।
@अन्तर सोहिल जी
जवाब देंहटाएंखैर खून खांसी खुशी बैर प्रीती मदपान ।
रहिमन दाबे ना दबे,जानत सकल जहान।
हुं हुं हुं हुं हुं …………ललित भाई……… हुं हुं हुं हुं…………खूब मजे लिये………हुं हुं हुं हुं…………हम घास फ़ूस वालों का क्या काम्…… लेते रहिये मजे…………॥हुं हुं हुं हुं। पर सबसे आनन्द तो टिप्पणी पढ़ने मे आ रहा है।
जवाब देंहटाएंमित्र ढपोरशंख जी,
जवाब देंहटाएंसादर अभिवादन ।
आप की टिप्पणी खेद के साथ इसलिए मिटा रहा हूं कि ये बातें आप अपनी पोस्ट में कहें तो और भी बेहतर रहेगा ।
waah khoob rahi yah mahfil bhi.
जवाब देंहटाएं...भरपूर आनंद लिया जा रहा है,बधाई!!!
जवाब देंहटाएंदोनों गाने अपनी ज़वानी के दिनों के सुनकर मज़ा आ गया ललित जी । :)
जवाब देंहटाएंदोनों गाने बहुत सुंदर जी
जवाब देंहटाएंअभी कुछ समय पहले ही मैंने शुक्ला साहब से फोन पर बात की थी. वे ज्ञानदद को गरिया रहे थे.अपनी ब्लागिंग को छोड़कर हिल स्टेशन पर जाने की बात भी कर रहे थे
जवाब देंहटाएंक्या इसमें भी कोई गहरी साजिश है.
अपने पाठकों को बताए
क्या बात है , हने तो बुलाया नहीं महफ़िल में
जवाब देंहटाएंhttp://madhavrai.blogspot.com/
http://qsba.blogspot.com/
बहुत बढिया, ऐसे सुंदर लम्हे बार बार आएं।
जवाब देंहटाएंकौन है श्रेष्ठ ब्लागरिन
जवाब देंहटाएंपुरूषों की कैटेगिरी में श्रेष्ठ ब्लागर का चयन हो चुका है। हालांकि अनूप शुक्ला पैनल यह मानने को तैयार ही नहीं था कि उनका सुपड़ा साफ हो चुका है लेकिन फिर भी देशभर के ब्लागरों ने एकमत से जिसे श्रेष्ठ ब्लागर घोषित किया है वह है- समीरलाल समीर। चुनाव अधिकारी थे ज्ञानदत्त पांडे। श्री पांडे पर काफी गंभीर आरोप लगे फलस्वरूप वे समीरलाल समीर को प्रमाण पत्र दिए बगैर अज्ञातवाश में चले गए हैं। अब श्रेष्ठ ब्लागरिन का चुनाव होना है। आपको पांच विकल्प दिए जा रहे हैं। कृपया अपनी पसन्द के हिसाब से इनका चयन करें। महिला वोटरों को सबसे पहले वोट डालने का अवसर मिलेगा। पुरूष वोटर भी अपने कीमती मत का उपयोग कर सकेंगे.
1-फिरदौस
2- रचना
3 वंदना
4. संगीता पुरी
5.अल्पना वर्मा
6 शैल मंजूषा
अभी आपकी पिछली तीन पोस्ट पढ़ीं... सबसे अच्छी लगी शिक्षा से सम्बन्धित पोस्ट...
जवाब देंहटाएं@ भारतीय नागरिक - Indian Citizen
जवाब देंहटाएंभैया-सारी पोस्ट एक जैसी तो नहीं हो सकती,
कभी कभी कुछ स्मरण भी लिखे जाते हैं।
आपको मेरी पोस्ट पसंद आई आभार
स्नेह बनाए रखे,अनुज पर
maza hi maza hai .....................
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया
जवाब देंहटाएं