माँ --एक बड़ा प्यारा शब्द --जो अब खोया खोया सा लगता है।नमन ।
मां कह कर मन कितना शांत हो जाता है, भईया हम तो रोजाना ही मां को मानते है एक दिन ही क्यो?
माँ को प्रणाम.रामराम.
तू ही मेरा सूरज हैंतेरी ममता के प्रकाश में मैं नित नए सोपानों पर चढ़ता हूंभीषण अंधकार झंझावातों में तेरी ममता का प्रकाश ही मुझे राह दिखाता हैंसभी माएं पुत्रों को यूँ ही राह दिखाती रहे .......!!
नमन.... मां अतुल्य है..
माँ को प्रणाम.
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माँ --एक बड़ा प्यारा शब्द --जो अब खोया खोया सा लगता है।
जवाब देंहटाएंनमन ।
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तू ही मेरा सूरज हैं
जवाब देंहटाएंतेरी ममता के प्रकाश में
मैं नित नए सोपानों पर चढ़ता हूं
भीषण अंधकार झंझावातों में
तेरी ममता का प्रकाश ही मुझे राह दिखाता हैं
सभी माएं पुत्रों को यूँ ही राह दिखाती रहे .......!!
नमन.... मां अतुल्य है..
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