वन मुर्गा जंगल सफ़ारी के दौरान कई बार दिखाई देता है, परन्तु आहट सुनकर जल्दी ही झाड़ियों में गायब हो जाता है। राजा जी नेशनल पार्क चिल्ला रेंज में दिखाई दिया और इसने फ़ोटो लेने का भरपूर अवसर भी दिया। अपने रंगों के प्रभाव के कारण यह बहुत सुंदर दिखाई देता है। वन मुर्गी धूसर रंग की होती है, इसलिए अधिक प्रभावशाली दिखाई नहीं देती।
विकिपीडिया कहता है कि यह पक्षी भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, चीन, म्यानमार, लाओस, कम्बोडिया, वियतनाम, थाइलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, मलेशिया, फ़िलीपीन्स तथा तिमोर का मूल आवासी है। यह समुद्र तल से लेकर 5000 फ़ीट (1524 मीटर) तक की ऊँचाई में पाया जाता है तथा शीतकाल में 3000 फ़ीट (914 मीटर) से ऊपर देखने को नहीं मिलता है। इसे बाँस के वन पसंद हैं लेकिन यह घने वनों और झाड़ के क्षेत्रों में भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
यह पक्षी वैसे तो खेतों से अनाज खाना पसन्द करता है लेकिन मौका मिलने पर कीट-पतंगे खाने से भी परहेज़ नहीं करता है। फ़सल कटने का मौसम न हो या यह जंगल में बहुत अन्दर हो तो इसके आहार में बीज, घास, नई कोपलें और कलियाँ भी शामिल होते हैं। प्रजनन काल जनवरी से जुलाई तक चल सकता है। अमूमन मुर्गी 4 से 6 अण्डे देती हैं लेकिन किसी-किसी घोंसले में 11 अण्डे भी पाये गये हैं। घोंसला सुविधा के अनुसार ज़मीन में बनाया जाता है।
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