रविवार, 25 अक्तूबर 2009

मोबाईल कम्पनियों की खुली लूट एवं धोखाधड़ी

मोबाईल कम्पनियाँ उपभोक्ता की जेब पर डाका डालने से नहीं चूक रही, नित नए-नए तरीकों का अविष्कार कर रही हैं कि उपभोक्ता की जेब से ज्यादा से ज्यादा पैसा कैसे निकला जाये. 

मैं अपनी ही बात कहता हूँ, अभी कुछ दिनों पहले मैंने "वाटस ऍ ग्रेट आइडिया........" का नया नंबर लिया. उसमे ३२५ का रिचार्ज करवाया. 

मेरे  डेस्क टॉप में कुछ समस्या थी इसलिए इंटरनेट कैफे में पोस्ट करने गया था. वहां पर मुझे किसी का फोन आया और मैंने बात की. 

उसके एक घंटे बाद घर आया और किसी से बात करनी थी, उसका नंबर लगाया तो आइडिया द्वारा बताया गया कि आपके मोबाइल में बैलेंस नही है. 

मैं चक्कर में पड़ गया, कैसे हो गया ? अभी तो दो घंटे पहले रिचार्ज करवाया है.वो भी एक इनकमिंग काल में पूरा पैसा........., 

मैंने कस्टमर केयर में फोन लगाया तो उसने कहा कि आपने हेलो टोन सलेक्ट करने के लिए गाने सुने हैं, इसलिए आपका बैलेंस काट लिया गया, इसमें ५ रूपये मिनट लगता है. 

मैंने कहा भाई क्या तुमको मैं इतना बेवकूफ लगता हूँ कि पॉँच रुपया मिनट का गाना सुनूंगा, इतना ही गाना सुनना है तो सी.डी.-डी.वी.डी. पर सुन लूँगा, 

वो बोले हम कुछ नहीं कर सकते, इस तरह मेरा ३०० रुपया हजम कर दिया गया.

एक दिन फिर वैसे है ७५ रूपये कम हो गए, कस्टमर केयर में पूछने पर उन्होंने कहा कि आपकी तरफ से हेलो टोन की रिक्वेस्ट आई है. इसलिए आपके बैलेंस से तीन महीने का किराया काट लिया गया है. 

मैंने घर में बच्चों से पूछा कि किसने हेलो टोन लगाईं है. तो सबने ना में जवाब दिया. वैसे भी मेरा मोबाईल कोई इस्तेमाल नहीं करता है. 

बाद में पता चला कि इस नंबर पर एक काल आई थी जिसे मेरे बेटे ने सुना था उसमे गाना बज रहा था. बस गाने के चक्कर में उससे स्टार बटन दब गया और उन्होंने मेरा बैलेंस खाली कर दिया. 

एक बार ऐसे ही एयर टेल का नंबर लिया उसमे भी यही हुआ एक दिन मेरे बैलेंस से ४५ रुपया कम हो गया, कटमर केयर पर पूछने से पता चला कि मैंने ऍफ़.एम् रेडियों एक्टिवेट कराया है. जबकि उस समय मैं घर पर अकेला है था, बच्चे गर्मी की छुट्टी में ननिहाल गए थे. 

मैंने कस्टमर केयर से लगातार बात की लेकिन उन्होंने मेरे पैसे वापस नही किये. काल चार्ज के साथ इन्होने ग्राहकों से छिपा कर बहुत सारे हिडन चार्ज लगा रखे हैं, जिसका उपभोक्ता को पता ही नहीं चलता. 

मैं ७ सालों से b.s.n.l. चला रहा हूँ उसमे कोई परेशानी नहीं थी, कोई हिडन चार्जेस नहीं थे. लेकिन इसने अभी एक नया फार्मूला चालू कर दिया. कल मेरे मोबाईल पे कंपनी का मेसेज आया कि आपको काल चार्जेस कम करना है तो ५३७३३ पर ACT.1S लिख कर मेसेज करो, 

मैंने मेसेज किया तो जवाब आया कि आपका रोज बिना काल किये भी डेढ़ रुपया काटा जायेगा. अब इस ठगी में b.s.n.l भी  शामिल हो गया है, 

दीवाली पर सभी कम्पनिओं ने SMS. के रेट बढा दिये मैंने अपने मोबाईल में मेसेज में छुट के लिए अलग से कार्ड डलवाया था कि दीवाली पर सबको मेसेज करने हैं. जब मेसेज करने लगा तो देखा उसका चार्ज मेन बैलेंस से काटा जा रहा है. 

कम्पनी से पूछा तो उसने कहा कि दीवाली पर मेसेज वाली सुविधा हटा ली गई है .आपके मेन बैलेंस में  से ही चार्ज काटा जायेगा. 

इस तरह उपभोक्ताओं के साथ सीधी-सीधी धोखा-धडी हो रही है. आज १०० रूपये दिहाडी वाले मजदूर के पास भी मोबाईल है, इनके लिए कम्पनियों ने छोटा पैक १० रुपया २० रुपुया वाला शुरू किया है. क्योंकि इनको गिरफ्त में सबको लेना है. 

एक बार लाइन डाल दी, टावर खड़े करने में खर्च कर दिया, बस उसके बाद तो जीवन भर वसूल ही करना है. अभी एक पैसा सेकंड वाला नया तमाशा शुरू किया है. इसमें भी काल चार्ज उतना ही है जितना पहले थे.

सरकार ने इन पर नियंत्रण करने के लिए टेलीफोन नियामक आयोग बनाया हुआ है.वो कहाँ सो रहा है? इनकी धोखाधडी की शिकायत कहाँ पर की जाये उसका पता नहीं है? 

जबकि मोबाईल का प्रसार बहुत ही तेजी से हो रहा है. मोबाईल कम्पनियों को उपभोक्ता के प्रति जवाबदेह बनाना आवश्यक है. 

7 टिप्‍पणियां:

  1. राम नाम(पैसे) की लूट लगी है
    लूट सके तो लूट
    लुटेरों की नगरी में कोई कम्पनी रह ना जाए छूट

    जवाब देंहटाएं
  2. लुटेरे डाल रहे हैं डाका सरेआम
    सुनाते हैं गाना
    होता है फरमान लुटने का
    बाजार की इस दौड़ में
    पैसे लूटने की होड़ में
    कोई पीछे नहीं रहना चाहता
    कस्‍टमर को तो मजबूरी में पीछे रहना पड़ता है
    इसीलिए तो कस्‍टमर सदा कस्‍ट से ही मरता है।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सही लिखा है ललित जी। भारत में सर्विस सेक्टर गर्त क्लास है।


    आपका फीड संजोना चाहता था, पर कुछ समस्या है। गूगल फीड रीडर यह ब्लॉग फीड पकड़ नहीं रहा।
    फीडबर्नर से फीड देना ट्राइ कर देखें।

    जवाब देंहटाएं
  4. AAJ KI MAJBOORI HAI KI INKE BINA KAAM NAHI CHALTA, KHAO TO MAJBOORI NA KHAO TO ....

    जवाब देंहटाएं
  5. ज्ञानदत्त जी मैने फ़ीड बर्नर मे जाकर फ़ीड जेनरेट करने की कोशिश की थी लेकिन सफ़ल नही हुआ। शायद टे्म्पलेट मे कोई समस्या है, कुछ तक्नीकि विशेषज्ञों से पुछकर देखते है। शायद हल हो जाये

    जवाब देंहटाएं
  6. अविनाश जी जब नाम ही कस्टमर धर दिया तो फ़िर सहना पड़ेगा,
    ये ही कस्टमर की नियति है।

    जवाब देंहटाएं