आज सुबह के समाचार पत्रों में व्योम बाला (एयर होस्टेस) से छेड़खानी की खबर प्रमुखता से छापी गई है, साथ ही ये भी लिखा है कि पायलेटों एवं क्रू सदस्यों के बीच हाथा पाई भी हुई है.
ये पायलेट ही हमेशा सुर्खियों में रहते है, कभी शराब पी कर जहाज उडाने का मामला हो, हड़ताल का मामला हो, या फिर छेड़छाड़ का.
लगभग एक जहाज में २०० के करीब तो सवारियाँ रहती ही है, इतनी सवारियों के बीच काकपिट में छेड़छाड़ करना बहुत ही हिम्मत का काम है।
अब महिलाओं की इज्ज़त आकाश में भी सुरक्षित नहीं है।
मैंने कई बार देखा है कि हवाई जहाज को ऑटो पायलेट में लगा कर ये काकपिट से बाहर घूमते हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली वाली फ्लाईट में एक पायलेट जब काकपिट से बाहर आया पूरे प्लेन में चहल कदमी की जैसे चांदनी चौक में तफरी कर रहा है।
मैं थोडा घबराया कि ये देखने आया है कि कितनी सवारी है जो मरने वाली है.
मैंने सोचा कि अब काकपिट में जा के बोलेगा कि अपनी सीट बेल्ट बांध लो प्लेन क्रेश लेंडिंग करने वाला है।
ये पायलेट ही हमेशा सुर्खियों में रहते है, कभी शराब पी कर जहाज उडाने का मामला हो, हड़ताल का मामला हो, या फिर छेड़छाड़ का.
लगभग एक जहाज में २०० के करीब तो सवारियाँ रहती ही है, इतनी सवारियों के बीच काकपिट में छेड़छाड़ करना बहुत ही हिम्मत का काम है।
अब महिलाओं की इज्ज़त आकाश में भी सुरक्षित नहीं है।
मैंने कई बार देखा है कि हवाई जहाज को ऑटो पायलेट में लगा कर ये काकपिट से बाहर घूमते हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही दिल्ली वाली फ्लाईट में एक पायलेट जब काकपिट से बाहर आया पूरे प्लेन में चहल कदमी की जैसे चांदनी चौक में तफरी कर रहा है।
मैं थोडा घबराया कि ये देखने आया है कि कितनी सवारी है जो मरने वाली है.
मैंने सोचा कि अब काकपिट में जा के बोलेगा कि अपनी सीट बेल्ट बांध लो प्लेन क्रेश लेंडिंग करने वाला है।
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