कल एक यात्रा ख़त्म हुई और आज एक नई यात्रा शुरू हो गई। पिछले कई माह से बस्तर क्षेत्र का दौरा नहीं हुआ था। लेकिन एक पारिवारिक कार्यक्रम का निमंत्रण आने के बाद तो जाना आवश्यक हो गया. लगभग ७ घंटे की यात्रा करने के बाद बस्तर के जिला मुख्यालय जगदलपुर पहुंचा.
रात हो गई है, नेट भी ठीक से काम नहीं कर रहा, नेटवर्क की समस्या है। इसलिए सोचा की जानकारी तो आप तक पहुंचा ही देता हूँ.
कल दिन में हो सके तो आपको महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव के महल भी फोटो ग्राफ दिखाऊंगा. अगर उनके परिवार का कोई वंशज मिला तो उससे बात चीत कर उसका पॉडकास्ट भी सुनवाने की कोशिश करूँगा.
जगदलपुर एतिहासिक जगह है. जहाँ रजवाड़ों ने राज्य किया और यहाँ की जनता ने राजाओं को भगवान सरीखा मान दिया.
यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य देखने लायक है. चारों ओर जंगल और पहाड़. नदियाँ झरने इत्यादि मन को मोह लेते हैं.
पास में ही चित्रकूट एवं तीरथगढ़ का जल प्रपात है. थोड़ी सी वर्षा होने के बाद तो उसकी रौनक देखने लायक होती है.
जगदलपुर से दंतेवाडा ८० किलोमीटर है.आज सिर्फ इतना ही.मिलते हैं ब्रेक के बाद.आज पहुंचे गए बस्तर क्षेत्र में।
रात हो गई है, नेट भी ठीक से काम नहीं कर रहा, नेटवर्क की समस्या है। इसलिए सोचा की जानकारी तो आप तक पहुंचा ही देता हूँ.
कल दिन में हो सके तो आपको महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव के महल भी फोटो ग्राफ दिखाऊंगा. अगर उनके परिवार का कोई वंशज मिला तो उससे बात चीत कर उसका पॉडकास्ट भी सुनवाने की कोशिश करूँगा.
जगदलपुर एतिहासिक जगह है. जहाँ रजवाड़ों ने राज्य किया और यहाँ की जनता ने राजाओं को भगवान सरीखा मान दिया.
यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य देखने लायक है. चारों ओर जंगल और पहाड़. नदियाँ झरने इत्यादि मन को मोह लेते हैं.
पास में ही चित्रकूट एवं तीरथगढ़ का जल प्रपात है. थोड़ी सी वर्षा होने के बाद तो उसकी रौनक देखने लायक होती है.
जगदलपुर से दंतेवाडा ८० किलोमीटर है.आज सिर्फ इतना ही.मिलते हैं ब्रेक के बाद.आज पहुंचे गए बस्तर क्षेत्र में।
आज सिर्फ इतना ही.मिलते हैं ब्रेक के बाद
जवाब देंहटाएं@ ठीक है जी ! कोई बात नहीं ब्रेक बाद भी मिल लेंगे !
पर ब्रेक के बाद खुबसूरत फोटो जरुर दिखाना |
चलिए, इन्तजार करते हैं ब्रेक के बात का...रोचक तो होना ही है आखिर बस्तर में हैं आप.
जवाब देंहटाएंयात्रा मंगलमय रहे।
जवाब देंहटाएंयात्रा विवरण का इंतजार है.
जवाब देंहटाएंयात्रा मंगलमय रहे। यात्रा विवरण का इंतजार है.
जवाब देंहटाएंअहा!! सैनिक पंहुचे बस्तर.
जवाब देंहटाएंधमाकेदार न्यूज हैडलाईन है, मीडिया वालों को खबर करना होगा. :)
बहुत अच्छा भाई साहब, पोस्ट का इंतजार रहेगा, इसी बहाने पाठक जगदलपुर से रूबरू हो पायेंगें.
यात्रा मंगलमय हो।
जवाब देंहटाएं...आपका हमारे "औघड आश्रम" में स्वागत है!!!
जवाब देंहटाएंअरे वाह! अचानक बस्तर पहुँच गये?
जवाब देंहटाएंघुमक्कडी जिन्दाबाद!
जवाब देंहटाएंजीवन चलने का नाम...घूमो फिरो ऎश करो.
मिलते हैं ब्रेक के बाद.जरा चाय पानी पी आएं:)
aew wah. badhiya bhraman me lage hain aap to. gud hai vivran ka intejar rahega..
जवाब देंहटाएंसुना है ललित भाई वहाँ नक्सली बड़े सक्रिय हैं, ज़रा संभल कर रहिएगा।
जवाब देंहटाएंनक्सलियों से भी कुछ गोठ कर पायेंगे क्या?
जवाब देंहटाएंआ जाऊं क्या मैं भी?
जवाब देंहटाएंमिलते हैं ब्रेक के बाद, चलिये हम भी तब तक कोई मेच देख दे
जवाब देंहटाएंआगे का हाल ?
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