रायगढ जिले मे खरसिया एक तहसील हैं,बड़ा व्यापारिक केन्द्र भी है। अभी पिछले दिनों मै वहां के प्रवास पर था तो एक बहुत ही खाटु श्याम जी का सुंदर मंदि्र देखा जिसमे कांच की सुंदर पच्चीकारी थी।
बेल्जियम के कांच से सुंदर चित्र बने हुए थे। कुछ चित्र मैने अपने मोबाईल से लिए हैं। शीशे के चित्र लेना वैसे भी कठिन होता है छवि परिवर्तित होती है। खरसिया 36 गढ में स्थित है कुछ चित्र आपके लिए प्रस्तुत कर रहा हूँ
बेल्जियम के कांच से सुंदर चित्र बने हुए थे। कुछ चित्र मैने अपने मोबाईल से लिए हैं। शीशे के चित्र लेना वैसे भी कठिन होता है छवि परिवर्तित होती है। खरसिया 36 गढ में स्थित है कुछ चित्र आपके लिए प्रस्तुत कर रहा हूँ
खाटुवाले श्याम जी की जय
शिव-पार्वती-गणेश जी कृष्ण भगवान
गोर्वधन पर्वत
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राधा कृष्ण
वाह बहुत ही अदभुद चित्र, आभार बाबा के दर्शन करवाने के लिये.
जवाब देंहटाएंरामराम.
वाह! बहुत ही सुन्दर चित्रकारी है!
जवाब देंहटाएंचित्रो के लिये ओर जानकारी के लिये आप का ओर खाटू बाबा का धन्यवाद
जवाब देंहटाएंवाह अद्वितीय बेहद खूबसूरत...बहुत शुक्रिया दर्शन करने का
जवाब देंहटाएंअद्भुत...आभार आपका इन चित्रों को हम तक लाने का!!
जवाब देंहटाएंसुंदर जानकारी . छत्तीसगढ़ ब्लाग में भी इसे स्थान दें
जवाब देंहटाएं...बेहद प्रसंशनीय प्रस्तुति, साक्षात दर्शन हो गये ....बहुत बहुत आभार !!!
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुन्दर चित्र उपलब्ध करवायें हैं आपने ।
जवाब देंहटाएंवाह ! ये तो उसी तरह बढ़िया चित्र है जैसे खाटू श्याम जी के शेखावाटी स्थित मंदिर में है |
जवाब देंहटाएंशेखावाटी के मंदिरों को खंडित करने के लिए मुग़ल सेनाएं कई बार आई जिसने खाटू श्याम ,हर्षनाथ ,खंडेला के मंदिर आदि खंडित किए | एक कवि ने इस पर यह दोहा रचा -
देवी सजगी डूंगरा , भैरव भाखर माय |
खाटू हालो श्यामजी , पड्यो दडा-दड खाय ||
बहुत सुंदर चित्र हैं .. आभार !!
जवाब देंहटाएंखाटू नरेश की जय हो !
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