(फ़ुटबाल के वर्ड कप में ज्योतिषि छाए रहे, अपनी ज्योतिष प्रतिभा का जौहर दिखाया। पालबाबा की भविष्यवाणी सच हुई और स्पेन जीत गया।
फ़ुटबाल का बुखार कई दिनों तक चढा रहा। लोगों ने खेल का मजा लिया।
लेकिन इससे ज्यादा मजा सटोरियों ने लिया और पाल बाबा की भविष्यवाणी पर भाव खोले।
इससे जाहिर होता है कि सटोरियों की पहुंच कहाँ तक हैं। इस घटना क्रम से शक होता है कि कहीं फ़ुटबाल के सारे मैच सटोरियों ने फ़िक्स तो नहीं कर दिए थे? क्योंकि अरबों-खरबों रुपए दांव पर लगे थे।
फ़ुटबाल का बुखार कई दिनों तक चढा रहा। लोगों ने खेल का मजा लिया।
लेकिन इससे ज्यादा मजा सटोरियों ने लिया और पाल बाबा की भविष्यवाणी पर भाव खोले।
इससे जाहिर होता है कि सटोरियों की पहुंच कहाँ तक हैं। इस घटना क्रम से शक होता है कि कहीं फ़ुटबाल के सारे मैच सटोरियों ने फ़िक्स तो नहीं कर दिए थे? क्योंकि अरबों-खरबों रुपए दांव पर लगे थे।
क्रिकेट में मैच फ़िक्सिंग तो उजागर हो गयी। सटोरियों के खेल का भांडा फ़ूट गया।
अब फ़ुटबाल मैच में फ़िक्सिंग की जांच होनी चाहिए। जिससे सच सामने आए।
ब्रिटेन की सबसे बड़ी सट्टा कम्पनी"विलियम हिल" ने स्वीकार किया है कि पाल बाबा की भविष्यवाणी से दुनिया भर के सटोरियों ने भरपूर कमाई की है।
जिसने टुर्नामेंट शुरु होने पर 10 पोंड लगाए थे उसने पाल बाबा के आशीर्वाद से 3000पोंड की कमाई की है।
इसमें संदेह नही है कि मैच फ़िक्स कर दिए गए हों, और खिलाड़ी खरीदे गए हो। नहीं तो पाल बाबा की भविष्यवाणी कैसे सच हो सकती है?
क्या यह संयोग मात्र था? मुझे तो लग रहा है कि यह मैच फ़िक्सिंग ही थी। आपकी क्या राय है?
अब फ़ुटबाल मैच में फ़िक्सिंग की जांच होनी चाहिए। जिससे सच सामने आए।
ब्रिटेन की सबसे बड़ी सट्टा कम्पनी"विलियम हिल" ने स्वीकार किया है कि पाल बाबा की भविष्यवाणी से दुनिया भर के सटोरियों ने भरपूर कमाई की है।
जिसने टुर्नामेंट शुरु होने पर 10 पोंड लगाए थे उसने पाल बाबा के आशीर्वाद से 3000पोंड की कमाई की है।
इसमें संदेह नही है कि मैच फ़िक्स कर दिए गए हों, और खिलाड़ी खरीदे गए हो। नहीं तो पाल बाबा की भविष्यवाणी कैसे सच हो सकती है?
क्या यह संयोग मात्र था? मुझे तो लग रहा है कि यह मैच फ़िक्सिंग ही थी। आपकी क्या राय है?
mujhe bhi yahi laga
जवाब देंहटाएंबढ़िया खेल है --यह ऑक्टोपस वाला जी ।
जवाब देंहटाएंपहली बार देखा है ।
कुछ भी हो सकता है |
जवाब देंहटाएंये भी हो सकता है ऑक्टोपस बाबा की पूर्व भविष्यवाणियों की सच्चाई के बाद जिस टीम के खिलाफ भविष्यवाणी वह अपना आत्मविश्वास ही खो दें और मेच हार जाये |
लगता है पॉल बाबा की भविष्यवाणी के बाद खिलाडियों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ रहा है जो उनकी खेल क्षमता को प्रभावित करता है
सब माया का खेल है, यही तो माया है
जवाब देंहटाएंनेपथ्य मे बहुत बड़े आक्टोपस बैठे हैं .... जो सारा का सारा सिस्टम एक बार मे निगल जाते हैं ... ये आक्टोपस बाबा तो दिखाने के दाँत हैं ... खाने वाले खा रहे हैं
जवाब देंहटाएंपदमसिंग जी,
जवाब देंहटाएंआपसे सहमत हूँ,नेपथ्य के अष्टपाद अंतर्ध्यान हैं।
पर सारा खेल उन्ही का है।
क्या पता, हम तो गेम का मजा ले रहे थे :)
जवाब देंहटाएंभाई, हम तो अज्ञानी ठहरे। हमें तो खेल में जीवंतता दिखी, फिक्सिंग नहीं।
जवाब देंहटाएंक्या पता...हम तो हालैण्ड की तरफ से सट्टा लगाये और चिपक गई जम से. :)
जवाब देंहटाएंब्रिटेन की सबसे बड़ी सट्टा कम्पनी"विलियम हिल" ने स्वीकार किया है कि पाल बाबा की भविष्यवाणी से दुनिया भर के सटोरियों ने भरपूर कमाई की है। जिसने टुर्नामेंट शुरु होने पर 10 पोंड लगाए थे उसने पाल बाबा के आशीर्वाद से 3000पोंड की कमाई की है।
जवाब देंहटाएंyahi shahi hai.
हम भी पाल वाली बात फ़ोन पे का नही बताये दुनिया भरे की कहे देते हैं हमारे फ़ायदे पे चुप्प रहते है ललित जी जीत जाते पैसा आता ब्लागर मीट कर देते
जवाब देंहटाएंहा हा हा ही ही हू हू
जवाब देंहटाएंस्पेन को बधाईयां
आज की दुनिया में कुछ भी हो सकता है !!
जवाब देंहटाएंमहराज पाय लागी। मेरी राय पॉल बाबा के सन्दर्भ मे कुछ भी नही है। बस यही कहना चाहता हूं कि जिस मैच का निर्णय कई बार अतिरिक्त समय देने के बाद ही हो पाया अतएव मैच फ़िक्सिग की बू आते हुए दिखाई नही पड़ रही है। बाकी सट्टा मार्केट तो हर खेल मे छाया रहता है। खूब पैसे वाले हैं इस दुनिया मे फेंकते रहते हैं।
जवाब देंहटाएंsahamat hun....
जवाब देंहटाएंपुल बाबा की जय....ऐसी भविष्यवाणियों से आत्मविश्वास तो ज़रूर कम होता है..
जवाब देंहटाएंहम तो खुद एक पाल बाबा ढूँढ कए लाने वाले हैं इस लिये कुछ नहीं कहेंगे।ापनी रोज़ी रोटी का सवाल है। आभार।
जवाब देंहटाएंha..ha...ha....maza aa gaya. fixing kahaan nahi hai..? yah charitr hai hamare samay ka.
जवाब देंहटाएंहम तो कहते है, भविष्यवाणी फिक्स थी.
जवाब देंहटाएंपॉल बाबा की जय हो! ;-)
जवाब देंहटाएंअजी यह गोरे कोन सा दुध के धुले है, पक्के हरामी है, कुछ भी हो सकता है...:)
जवाब देंहटाएंइस ठूड़्ड़े मारने वाले खेल से तो उत्सुकता इसमें ज्यादा थी कि अष्टावक्र का नया अवतार क्या गुल खिलाता है।
जवाब देंहटाएंइस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं.......
जवाब देंहटाएंभाई मन्नै तो पूरी दाल ही काली लाग री सै.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
ताउ जी, राम राम
जवाब देंहटाएंबड़े दिनां पाच्छै दिक्खे,कड़े डिगरगे थे?
हमें तो मैच फिक्सिंग जैसा नहीं लगा ललित जी।
जवाब देंहटाएंहाँ यह लिखना भूल गया कि स्पेन के खिलाड़ियों का ताल मेल बहुत ही अच्छा था जबकि नीदरलैंड के खिलाड़ी बहुत रफ खेल रहे थे, शायद आत्मविश्वास की कमी के कारण।
जवाब देंहटाएंभविष्यवाणी करने वाले बहुत लोग आ गये है...क्या सच है क्या झूठ हम सब कुछ नही कह सकते...वैसे इस बहाने बढ़िया चर्चा ललित जी आभार
जवाब देंहटाएंसट्टा वालों की जय, पाल बाबा की जय.
जवाब देंहटाएंdono romanchak the !
जवाब देंहटाएंललित जी , पता लगाईये कि ये पॉल ..ससुरा आजकल कर क्या रहा है ..अरे कौमनवेल्थ गेम्स के लिए बुक कर लेते हैं ...धडाधड भविष्यवाणियां....और तडातड सट्टा .....
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