शुक्रवार शाम से लगातार वर्षा हो रही है, पोस्ट लिख रहा था तब भी बरसात की झड़ी लगी हुई है। कल साधना न्युज के कार्यक्रम में सुबह 9 बजे जाना था। लेकिन मूसलाधार बारिश के कारण जाने की स्थिति नहीं बन रही थी। राजकुमार सोनी ने बताया था कि रायपुर में भी वर्षा हो रही है। इसलिए कार्यक्रम भी विलंब से प्रारंभ होगा। आखिर हमें पहुंचना ही पड़ा। नक्सली हिंसा पर राष्ट्रीय परिचर्चा हुई। रिपोर्ट बाद में लगाऊंगा जब नेट सही चलेगा। संचार व्यवस्था बिगड़ी हुई है। नेट की सांसे उखड़ी हूई है, अनियमित हैं। इसलिए बरसात के कुछ चित्र देखिए।
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पानी ही पानी |
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सब तरफ़ पानी |
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बस अब बाढ आ सकती है |
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रायपुर शहर कालोनी के मार्ग पर भरा पानी |
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रास्ता ही डूब गया |
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मवेशी भी भाग रहे हैं सर छुपाने |
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कार्यक्रम शुरु होगा-रुकावट के लिए खेद है |
बारिश की यही स्थिति रही तो महानदी एवं खारुन नदी में बाढ आ सकती है। इनका जलस्तर बहुत बढ गया है। आस पास के कई गांवो के डूबने का खतरा मंडरा रहा है। कोशिश करेगें महानदी के बाढ के चित्र उपलब्ध कराने की। निचली बस्तियों में तो पानी भर ही जाता है। आज कवि सम्मेलन है जिसमें, हरिओम पवार-मेरठ, राहत इन्दौरी-इंदौर, विष्णु सक्सेना-अलीगढ, पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे दुर्ग, राजेश जैन'चेतन'-दिल्ली, महेन्द्र अजनबी-देवास, शशिकांत-दिल्ली, गजेन्द्र सोलंकी-दिल्ली, और अनीता सोनी-इंदौर काव्यपाठ करेंगे।
देश के हर जिलों के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारीयों के दिमाग में ही पानी भर गया और उनको भ्रष्टाचार तथा निकम्मापन के अलावा कुछ सूझता ही नहीं तो इस तरह का नजारा ही दिखेगा हर तरफ..दिल्ली का भी बुरा हाल है ...?
जवाब देंहटाएंतस्वीरें देख लीं...अब रिपोर्ट का इन्तजार रहेगा कार्यक्रम की.
जवाब देंहटाएंबस बाढ़ ना आये पर वर्षा खूब होती रहे हम तो झड़ी लगने का इंतजार ही कर रहे है |
जवाब देंहटाएंझुरनी डंडा खेलणे अठै आवो
@Ratan Singh Shekhawat
जवाब देंहटाएंआजास्यां सा।
राम राम
सारे उत्तर भारत में बारिश के बाद ऐसे ही दृश्य दिखते हैं। 'दृष्य' और 'दृश्य' में अंतर बताइए :)
जवाब देंहटाएंइस बारिश का एक हिस्सा राजस्थान खास तौर पर कोटा भिजवा दें। बाढ़ से भी बचेंगे और हमारा भी भला हो लेगा।
जवाब देंहटाएंपानी ही पानी ! कभी कभी तो अच्छा लगता है , लेकिन हमेशा नहीं ।
जवाब देंहटाएंइस मौसम में कवि सम्मलेन --क्या बात है ।
तुमने ठीक ही लिखा है ललित अब पानी कुछ ज़्यादा ही हो गया है . फोटोग्राफ्स बड़े अच्छे है , बरसात मे फोटोग्राफी का आनंद ही कुछ और है .
जवाब देंहटाएंpaani ke rang bhi khoob hain ... barsaat na ho toh ye rang naa hon .. lekin dukh aur vipattiyon se kaise bachaa jaaye !!
जवाब देंहटाएंपूरा छत्तीसगढ़ प्रदेश में भारी पानी गिरत हे महराज!
जवाब देंहटाएंवाकई में चारों तरफ पानी ही पानी है....
जवाब देंहटाएंवाकई बरसात भी गजब है ... ज़रूरी भी है और ज्यादा हो गई तो मुश्किल ...
जवाब देंहटाएंचित्र अच्छे हैं ... कुछ पर पानी गिर गया है ... शायद कार के अंदर से लिया गया है ... खिडकी के कांच पर पानी था ...
लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है,
जवाब देंहटाएंआगे की लाइन जाने दो, दुखती रग है...
राहत इंदौरी साहब आ रहे हैं, क्या बात है...उनके कलाम ज़रूर लफ्ज़-ब-लफ्ज़ अपनी पोस्ट में लिखिएगा...
जय हिंद...
ये मौसम और कविसम्मेलन ...क्या बात है ..
जवाब देंहटाएंवास्तव में ही बहुत सुंदर चित्र हैं एकदम पेंटिंग्ज़ जैसे.
जवाब देंहटाएंaap jabse bilaspur nahi aa rahe ho tabse yahan bhi paani hi paani...kabhi vaarishon ki paani to kabhi aansuon ki paani.....ek kavi sammelan yahan bhi ho jaataa to kuchh paani ruk jaati.
जवाब देंहटाएंयह चित्र उस पानी के है जिस मै हमारे नेताओ को डुब मरना चाहिये... पिछले ६२ साल से यह इस पानी के नाम से पेसा खा रहे है लेकिन पानी वेसे का वेसा ही खडा है कहां किया है इन्होने विकास??? कहां गया वो धन जो इस पानी के नाम से इन्हे मिलता है??
जवाब देंहटाएंआप का धन्यवाद
पानी पानी रे ..................यहाँ बरस नहीं रहा और वहाँ बाड़ के आसार है !
जवाब देंहटाएंपानी कब बहे और कब बेपानी कर जाये पता नहीं रहता
जवाब देंहटाएंअच्छे चित्र लिये हैं
बढ़िया दर्शन कराएं ...आभार ललित जी
जवाब देंहटाएंबहुतै पानी बरसत हओ
जवाब देंहटाएंनीकै फ़ोटुवा हीचैं है।
थोड़ी बरसात इधर भी भेज दीजिए |
जवाब देंहटाएंaajkal mostly blogs barsati ho rahe hai :)
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चित्र }
जवाब देंहटाएंबधाई आशा